Mass Communication Kya Hai: बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद सभी विद्यार्थी एक ऐसे कोर्स की तलाश में रहते हैं जिसको पूरा करने के बाद उनको आसानी से जॉब मिल सके और वर्तमान समय में ऐसे बहुत से कोर्स है जिनको करके आप आसानी से जॉब पा सकते हैं| यदि आप भी इस प्रकार के कोर्स की तलाश कर रहे हैं और आप डिजिटल मीडिया क्षेत्र में दिलचस्पी रखते हैं तो आपके लिए मास कम्युनिकेशन एक अच्छा विकल्प है|
मास कम्युनिकेशन कोर्स के बारे में अधिकतर लोगों को जानकारी नहीं होती हैं यदि आपको भी इस कोर्स से संबंधित जानकारियां प्राप्त नहीं है तो आप चिंता ना करें क्योंकि आज की हमारी पोस्ट में आपको मास कम्युनिकेशन कोर्स के बारे में सभी जानकारियां विस्तार पूर्वक प्रदान की गई हैं| यदि आपको यह कोर्स करना है तो आप इस कोर्स में प्रवेश लेने से पहले हमारी पोस्ट को एक बार ध्यान पूर्वक जरूर पढ़ें क्योंकि इसमें बताया गया है कि Mass Communication Kya Hai कैसे करें इसके लिए योग्यता मास कम्युनिकेशन के प्रकार और इस कोर्स के टॉप कॉलेज के बारे में भी हमने आपको बताया है इसलिए हमारे साथ अंत तक बने रहे|
Mass Communication Kya Hai
मास कम्युनिकेशन (Mass Communication) एक विषय है जो माध्यमों के माध्यम से सूचना, समाचार, विचार, और मनोरंजन को लोगों के बीच पहुंचाने की कला और विज्ञान है। यह एक सामाजिक विज्ञान है जिसका उद्देश्य समाचार, मनोरंजन, सार्वजनिक संचार, जनसंचार, अभिव्यक्ति, और जागरूकता को बढ़ावा देना है। मास कम्युनिकेशन विभिन्न माध्यमों के माध्यम से संचार के नियम, तकनीक, और प्रक्रियाओं का अध्ययन करता है।
Mass Communication में विभिन्न माध्यम शामिल हो सकते हैं, जैसे प्रिंट मीडिया (अखबार, मैगज़ीन), टेलीविजन, रेडियो, साइबर स्पेस (इंटरनेट), सोशल मीडिया, फ़िल्म इत्यादि। यह विभिन्न संचार ढांचों के माध्यम से विभिन्न प्रकार की सूचना, संदेश, और कथाएं पहुंचाता है।
मास कम्युनिकेशन के माध्यम से लोग समाचार, मनोरंजन, फ़ैशन, खेल, विज्ञान, वाणिज्यिक, और राजनीतिक जगत से जुड़ी जानकारी प्राप्त करते हैं। इसके साथ ही, यह माध्यम लोगों को अभिव्यक्ति का माध्यम भी प्रदान करता है जहां वे अपनी राय और विचारों को साझा कर सकते हैं।
Mass Communication के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए, व्यक्ति आवश्यक ज्ञान, कौशल, और सूचना का अच्छा संचार करने का क्षमता होना चाहिए। यह विषय उन लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है जो संचार के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन को संभव बनाना चाहते हैं और सार्वजनिक मुद्दों को उजागर करना चाहते हैं।
मास कम्युनिकेशन कैसे करें
Mass communication करने के लिए आप निम्नलिखित कदमों का पालन कर सकते हैं:
- शिक्षा प्राप्त करें: शुरुआत में, आपको मास्टर्स या बैचलर्स डिग्री प्राप्त करनी होगी, जो कि मास कम्युनिकेशन, जर्नलिज्म, टेलीविजन या रेडियो जैसे विषयों में हो सकती है। एक अच्छी संस्था से प्रमाणित पाठ्यक्रम चुनने का प्रयास करें जो आपको अच्छे अध्ययन सामग्री, अभ्यास के मौके और मास्टरी प्रदान कर सके।
- विशेषज्ञीकरण और अभ्यास: मास्टर्स या बैचलर्स के अलावा, आपको अपने चयनित क्षेत्र में अधिक विशेषज्ञता विकसित करने के लिए और संबंधित अभ्यास करने की आवश्यकता हो सकती है। आपको विभिन्न कॉर्स, सेमिनार, और वर्कशॉप में भाग लेने की सलाह दी जा सकती है जो आपको अद्यतित और विशेषज्ञता प्रदान करेंगे।
- अनुभव प्राप्त करें: मास कम्युनिकेशन में अनुभव प्राप्त करना महत्वपूर्ण है। आपको अवसर मिल सकता है रेडियो स्टेशन, टेलीविजन चैनल, पत्रिकाओं, वेबसाइटों या विज्ञापन एजेंसियों में स्थानांतरित होने का। यह आपको अभ्यास के मौके प्रदान करेगा, आपकी कौशल को विकसित करेगा और आपको इस क्षेत्र में नेटवर्क करने का अवसर देगा।
- अवसरों की खोज करें: अपने क्षेत्र में अवसरों की खोज करें और नौकरी या स्वतंत्र कार्य के लिए आवेदन करें। अगर आप नौकरी की तलाश में हैं, तो मीडिया कंपनियों, एजेंसियों, न्यूज़पेपरों, टेलीविजन चैनलों और रेडियो स्टेशनों की वेबसाइटों पर नौकरी विज्ञापनों को जांचें। अगर आप स्वतंत्र रूप से काम करना चाहते हैं, तो अपना पोर्टफोलियो तैयार करें और आपके लिए संभावित ग्राहकों के पास पहुंचें।
- अच्छी कौशलों को विकसित करें: अच्छी कम्युनिकेशन, लिखने, बोलने, संगठन करने, व्यक्तिगत ब्रांडिंग, टीमवर्क, विचारों को व्यक्त करने, अभिव्यक्ति कौशल और डिजिटल मीडिया के प्रयोग का अभ्यास करना महत्वपूर्ण है। आप भाषाओं, संचार तकनीकी, मास कम्युनिकेशन केसिद्धांतों, माध्यमों, प्रचार और प्रसारण के बारे में विशेषज्ञता विकसित कर सकते हैं। इसके अलावा, आपको सामाजिक मीडिया, डिजिटल माध्यम, इंटरनेट टेक्नोलॉजी, वीडियो संपादन और अनुप्रयोग कौशल जैसे आधुनिक मीडिया के साथ अवगत होना चाहिए।
- नेटवर्किंग: मास कम्युनिकेशन क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए, आपको नेटवर्किंग करने का वक्त निकालना चाहिए। उच्च शिक्षा संस्थानों, मीडिया आयोगों, प्रोफेशनल संगठनों और मीडिया इवेंट्स में शामिल हों। आपके जीवन में लोगों को जोड़ने के लिए संगठनों और समूहों में शामिल होने का प्रयास करें जो मास कम्युनिकेशन के क्षेत्र में गतिविधि करते हैं।
- संगठनात्मक और प्रबंधन कौशल: मीडिया इंडस्ट्री में सफलता के लिए, आपको संगठनात्मक और प्रबंधन कौशलों का विकास करना आवश्यक होगा। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, टाइम मैनेजमेंट, लीडरशिप, टीम बिल्डिंग, बजटिंग और मार्केटिंग जैसे कौशलों को सीखने का प्रयास करें।
आगे बढ़ें: मास्टर्स डिग्री, फेलोशिप या उच्च स्तरीय पाठ्यक्रमों में आवेदन करने का विचार बनाएं। यह आपके विशेषज्ञता को मजबूत करेगा और आपको अधिक प्रतिस्पर्धी मौके प्रदान करेगा।
इन सभी कदमों के साथ, आप मास कम्युनिकेशन के क्षेत्र में अवसरों की खोज कर सकते हैं और अपने करियर को विकसित कर सकते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आप स्वतंत्र रूप से संगठित कार्य करने के लिए तत्पर रहें और नवीनतम माध्यमों, तकनीकों और रुझानों के साथ स्वतंत्र रूप से अद्यतित रहें।
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Mass Communication के लिए योग्यता
यदि आप मास कम्युनिकेशन और मीडिया प्रोफ़ेशनल बनना चाहते है तो आपके अंदर हमारे दुवारा बताई गयी स्किल्स होनी ज़रूरी है| यह सभी स्किल्स होने के बाद ही आप इस छेत्र में अच्छा मुकाम हासिल कर सकते है और सफल भी हो सकते है|
- क्रिएटिविटी |
- कॉन्फिडेंस |
- गुड कम्युनिकेशन स्किल |
- क्रिटिकल थिंकिंग |
- कमांड ऑन लैंग्वेज |
- राइटिंग एबिलिटी |
- नेटवर्किंग स्किल |
- रिसर्च स्किल्स |
- ऑब्जर्विंग स्किल |
- प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स |
मास कम्युनिकेशन के प्रकार (Types Of Mass Communication)
Mass Communication Kya Hota Hai यह हमने जाना पर क्या आप जानते है मास कम्यूनिकेशन के भी कई प्रकार होते है जो की कुछ इस तरह है तो जानते है types of maas communication in hindi.
- विज्ञापन से संबंधित कार्य।
- सामाजिक मीडिया
- ऑडियो मीडिया
- पत्रकारिता
- अभिसरण
- एकीकृत संचार
- फिल्म और टेलीविजन
- जनसंपर्क
- डिजिटल मीडिया
- प्रिंट मीडिया
- ब्रॉडकास्ट मीडिया
मास कम्युनिकेशन के कोर्स
मास कम्युनिकेशन (Mass Communication) एक इंटरडिस्सिप्लिनरी और व्यापक क्षेत्र है जिसमें संचार के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन किया जाता है। यह क्षेत्र संचार और मीडिया के विभिन्न रूपों को शामिल करता है, जिनमें समाचार पत्रों, रेडियो, टेलीविजन, इंटरनेट, सोशल मीडिया, एडवर्टाइजिंग, पब्लिक रिलेशन्स, फिल्म निर्माण और डिजिटल मीडिया शामिल हैं।
मास कम्युनिकेशन के कोर्स छात्रों को संचार और मीडिया के विभिन्न पहलुओं का ज्ञान प्रदान करते हैं और उन्हें संचार क्षेत्र में करियर के लिए तैयार करते हैं। यह कोर्स छात्रों को इस क्षेत्र में आवश्यक ज्ञान, कौशल और विचारशीलता प्रदान करता है ताकि वे संचार और मीडिया के विभिन्न आयामों में सफलता प्राप्त कर सकें।
मास कम्युनिकेशन कोर्स के प्रकार नीचे दिए गए हैं|
- डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन डिप्लोमा |
- पीजी सर्टिफिकेट कोर्स इन हिंदी जर्नलिज्म |
- पीजी डिप्लोमा इन हिंदी जर्नलिज्म |
- बैचलर ऑफ जर्नलिज्म |
- बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मैस कम्युनिकेशन (BJMC)
- बैचलर ऑफ मास कम्युनिकेशन |
- पीएचडी इन मास कम्युनिकेशन |
- मास्टर ऑफ जर्नलिज्म |
- मास्टर ऑफ मास कम्युनिकेशन |
- मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन |
- PG diploma in mass communication.
Mass Communication Subjects
मास कम्युनिकेशन के कोर्स में निम्नलिखित विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है:
- संचार का सिद्धांत और सिस्टम
- संचार थ्योरी और रिसर्च मेथड्स
- मास मीडिया और जर्नलिज्म
- रेडियो, टेलीविजन और फिल्म
- इंटरनेट और नई मीडिया
- एडवर्टाइजिंग और पब्लिक रिलेशन्स
- संचार नीति और मीडिया मानवाधिकार
- डिजिटल मास मीडिया
- संचार कौशल और ट्रेनिंग
इन विषयों के अलावा, कई कॉलेज और विश्वविद्यालय अपने कोर्स में विशेषताएं शामिल कर सकते हैं जैसे कि मीडिया प्रोडक्शन, डिजाइन और विकास, सांझा संचार, संचार नेटवर्किंग, आदि।
इसके लिए, आपको किसी विश्वविद्यालय या कॉलेज की वेबसाइट पर जाकर उनके पाठ्यक्रम संबंधित जानकारी की जांच करनी चाहिए जहां आपको अधिक विस्तृत जानकारी मिलेगी।
मास कम्युनिकेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज
मास कम्युनिकेशन (Mass Communication) कोर्स के लिए रिक्वायर्ड डॉक्युमेंट्स विभिन्न प्रशासनिक प्रक्रियाओं और विश्वविद्यालय या संस्थान की नियमों पर निर्भर करते हैं। नीचे दिए गए डॉक्युमेंट्स की सूची को एक आम दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया गया है, हालांकि इसे आपके चयनित कोर्स और विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित योग्यता आवश्यकताओं के अनुसार बदला जा सकता है।
- आवेदन पत्र
- 10वीं और 12वीं के प्रमाणपत्र
- प्रमाणित जन्मतिथि प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट आकार की फोटो
- पिछले शैक्षणिक रिकॉर्ड
- प्रवेश परीक्षा प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- आवेदन शुल्क
Mass Communication Top College List
नीचे भारत की टॉप कॉलेजेस के नाम दिए गए हैं जिनमें मास कम्युनिकेशन का कोर्स कराया जाता है।
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन (आईआईएमसी), न्यू दिल्ली |
- फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) पुणे |
- डिपार्टमेंट ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (बीएचयू) बनारस |
- पटना कॉलेज, पटना |
- जामिया मिलिया कॉलेज, नई दिल्ली |
- सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ इलाहाबाद |
- बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी, लखनऊ |
- इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन फिल्म एंड टेलिविजन स्टडीज (आईएमसीएफटीएस), कोलकाता |
- सिंबोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया कम्युनिकेशन, पुणे |
- लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वूमेन, न्यू दिल्ली |
- क्रिस्ट यूनिवर्सिटी बेंगलुरू |
- मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन, मणिपाल |
- एमिटी स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन, नोएडा |
- दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट एंड कॉमर्स, न्यू दिल्ली |
- इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वूमंस, न्यू दिल्ली |
- केसी कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स साइंस एंड कॉमर्स, मुंबई |
- कमला नेहरू कॉलेज फॉर वूमंस, न्यू दिल्ली |
- मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, चेन्नई |
Mass Communication में करियर
जानिए मास कम्युनिकेशन के क्षेत्र में आपके पास करियर के बहुत सारे विकल्प उपलब्ध है-
- Fashion Photographer
- Producer
- Special Correspondent
- Video Jockey
- Radio Jockey
- Film Director
- TV Correspondent
- Screenwriter
- Sound Engineer
- Sound Mixer and Sound Recordist
- Art Director
- Editor
- Screenwriter
- Sound Engineer
- Event manager
- Public Relations Officer
मास कम्युनिकेशन कितने वर्ष का होता है
मास कम्युनिकेशन कोर्स की अवधि विभिन्न संस्थाओं और कोर्स के प्रकार पर निर्भर करती है। मास कम्युनिकेशन कोर्स की अवधि का सामान्य रूप से एक से तीन वर्ष के बीच होता है। कुछ कोर्स छोटी अवधि के होते हैं जो केवल कुछ महीनों तक चलते हैं, जबकि दूसरे कोर्स दीर्घकालिक होते हैं और अधिकतम अवधि तक पहुंच सकते हैं।
(Mass Communication) मास कम्युनिकेशन कोर्स विभिन्न स्तरों पर उपलब्ध होते हैं, जैसे स्नातक (बैचलर) कोर्स और स्नातकोत्तर (मास्टर्स) कोर्स। स्नातक कोर्स की अवधि आमतौर पर तीन वर्ष की होती है, जबकि स्नातकोत्तर कोर्स की अवधि आमतौर पर दो से तीन वर्ष की होती है।
इसलिए, मास कम्युनिकेशन कोर्स की अवधि संबंधित संस्थाओं और कोर्स के प्रकार पर निर्भर करेगी, और इसलिए आपको अपनी इच्छानुसार अधिकाधिक जानकारी के लिए संबंधित संस्था या कोर्स प्रदाता से संपर्क करना चाहिए।
FAQ‘s
मीडिया जिन्हें बड़े दर्शकों के साथ संवाद करने के लिए डिजाइन किया गया है उन्हें मास करने के रूप में जाना जाता है|
Mass Communication का हिंदी में अर्थ जनसंचार है। मास कम्युनिकेशन एक बहुत बड़ा शब्द है। इसके अंतर्गत रेडियो, समाचारपत्र, टेलीविजन और रेडिओ आते हैं। यानी कि प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया मास कम्युनिकेशन का ही अंग है।
डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन 1 वर्ष का होता है बैचलर ऑफ मास कम्युनिकेशन 3 वर्ष की होती है|
जी हां 12वीं कक्षा के बाद मास कम्युनिकेशन कर सकते हैं लेकिन अभ्यर्थी वो 12वीं में 50% अंकों से पास होना अनिवार्य है|