दुनिया में कितने धर्म है ? किस धर्म के कितने लोग हैं और दुनिया के सभी धर्मों की सूची

Duniya Me Kitne Dharm Hai: यह तो आप सभी जानते ही होंगे कि भारत में अनेक धर्मों के लोग निवास करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूरी दुनिया में कितने धर्म है और दुनिया के प्रमुख धर्म कौन से हैं यदि आपको Duniya Me Kitne Dharm Hai के बारे में जानकारी नहीं है तो आज का हमारा लेख आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगा क्योंकि आज हम आपको दुनिया के कुल धर्मों के बारे में बताएंगे|  लेख के अंतर्गत हम आपको बताएंगे कि दुनिया के देशों में किस देश में किस धर्म या समुदाय के लोग रहते हैं क्योंकि कहीं हिंदू, कहीं इस्लाम और कहीं ईसाई इसी तरह से दुनिया में अन्य कई धर्म है जिनके बारे में आपको जानकारी नहीं है तो चलिए आगे हम आपको अपने लेख के माध्यम से दुनिया के सभी धर्मों के बारे में विस्तार से बताएं|

धर्म क्या होता है

यदि आप जानना चाहते हैं कि धर्म क्या होता है तो हम आपको बता दें कि अक्सर लोग धर्म किसी विश्वास समुदाय समुदाय को कहते हैं| लेकिन यह गलत है क्योंकि समुदाय या संप्रदाय की थी एक मध्य पर विश्वास करने वाले समूह को कहते हैं आपको बता दें कि धर्म को निम्नलिखित रुको से परिभाषित किया जा सकता है|

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धर्म की परिभाषा

धर्म की परिभाषा एक व्यापक और गहन मुद्रा में निर्दिष्ट करना कठिन हो सकता है क्योंकि यह एक व्यापक और आध्यात्मिक अनुभवों, मान्यताओं, और संगठनात्मक तत्वों को समाविष्ट करता है जो भिन्न धार्मिक और दार्शनिक परंपराओं में अलग-अलग हो सकते हैं। धर्म एक व्यापक शब्द है जिसे भाषाई रूप में अनुवादित करने का प्रयास करने के लिए विभिन्न शब्दों और अभिप्रेत धार्मिक प्रथाओं का उपयोग किया जाता है।

हालांकि, धार्मिक परंपराएं और दार्शनिक विचारधाराएं धर्म के स्वरूप और महत्व को समझने में मदद करती हैं। विभिन्न धर्मों और दार्शनिक परंपराओं के अनुसार, धर्म आध्यात्मिक उपलब्धि, नैतिकता, न्याय, सामाजिक न्याय, भक्ति, साधना, सेवा, सामाजिक और मानवीय मूल्यों का संग्रह है। यह व्यक्ति को अपने जीवन को एक उच्च मानवीय आदर्श तक पहुंचाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है और उसे आध्यात्मिक और भौतिक सत्य की पहचान में मदद करता है।

इस प्रकार से, धर्म एक व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं को संयुक्त करने के लिए एक मार्गदर्शक प्रणाली के रूप में देखा जा सकता है जो उसे सार्वभौमिक सत्य की ओर प्रेरित करती है। धर्म एक व्यक्ति के जीवन को दीर्घकालिक और उच्चतम आदर्शों के साथ संयुक्त करने की प्रक्रिया है जो उसे अपने अस्तित्व के उद्देश्य के प्रति जागरूक करती है और उसे एक समृद्ध और सामर्थिक जीवन जीने की प्रेरणा प्रदान करती है।

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दुनिया में कितने धर्म है – Duniya Me Kitne Dharm Hai

यदि हम बात करें कि दुनिया में कितने धर्म है तो हम आपको बता देंगे प्राचीन काल या जब से मानव जाति का उदय हुआ है तब उसे मानो किसी ना किसी जातीय समुदाय का हिस्सा हुआ करता था ऐसे में दुनिया में प्राचीन काल से ही बहुत से धर्म प्रचलित है लेकिन ईसाई और इस्लाम धर्म के उदय होने के बाद से बहुत से धर्म गायब होते गए पूरी Duniya Me Kitne Dharm Hai इसके बारे में  सटीक जानकारी नहीं है लेकिन हम आपको एक अनुमानित आंकड़े के मुताबिक बता दें कि दुनिया में कुल 300 से अधिक धर्म मौजूद है लेकिन इनमें से केवल कुछ ही धर्म विश्व भर में प्रचलित है और प्रमुख है जिन की सूची हम नीचे दर्शाएगे|



दुनिया के कुछ धर्मों की सूची

  • हिंदू धर्म या सनातन धर्म
  • जैन धर्म
  • बौद्ध धर्म
  • ईसाई धर्म
  • सिख धर्म
  • इस्लाम धर्म
  • यहूदी धर्म
  • वुडू धर्म
  • पारसी धर्म
  • याजीडी धर्म
  • शिंतो धर्म
  • बहाई धर्म
  • ड्रुज धर्म
  • मंदेस धर्म

इन धर्मों में सबसे व्यापक रूप से प्रचलित धर्म की बात करें, तो वर्तमान में लगभग 7 धर्म ही प्रचलित हैं, हिन्दू, जैन, बौद्ध, सिक्ख, ईसाई, इस्लाम, यहूदी और वोडू।

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हिंदू धर्म

हिंदू धर्म, जिसे सनातन धर्म या वैदिक धर्म भी कहा जाता है, भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे पुराना और सबसे प्रमुख धार्मिक आधार है। यह एक विशाल और विविध धर्म है, जिसमें अनेक भाषाओं, संप्रदायों, आचार्यों, और तत्वों का समावेश है। हिंदू धर्म का मूल माना जाता है कि वेदों में निहित सिद्धांतों के आधार पर बना है।

हिंदू धर्म में अनेक देवी-देवता (देवताओं और देवियों) की पूजा और उपासना की जाती है। प्रमुख देवी-देवताओं में ब्रह्मा, विष्णु, शिव, दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, हनुमान, गणेश और सूर्य आदि शामिल हैं। इनके अलावा, हिंदू धर्म में कई उपनिषदों, पुराणों, रामायण, महाभारत आदि धार्मिक प्रमाण पुस्तकों का महत्वपूर्ण स्थान है।

हिंदू धर्म में धर्मशास्त्र (धार्मिक नियमों का संग्रह) और योगशास्त्र (ध्यान और आध्यात्मिक विकास के लिए तकनीकों का संग्रह) की महत्वपूर्ण भूमिका है। हिंदू धर्म में मोक्ष (मुक्ति) को प्राप्त करने का उच्चतम आदर्श माना जाता है, जिसे साधक अपने जीवन के माध्यम से प्राप्त कर सकता है।

जैन धर्म

जैन धर्म भारतीय उपमहाद्वीप में विकसित हुआ एक अद्वैतवादी धर्म है। इसकी उत्पत्ति भगवान महावीर के जीवनकाल में हुई थी, जो 6वीं सदी ईसा पूर्व में जीवित रहे थे। जैन धर्म के अनुयायों को जैनों या श्रमणों के रूप में जाना जाता है।

जैन धर्म की मूल बातें पांच आचार्यों द्वारा प्रतिष्ठित की गई हैं। इन पांच आचार्यों के नाम हैं परश्वनाथ, नेमिनाथ, शांतिनाथ, वासुपूज्य स्वामी और महावीर स्वामी।

जैन धर्म के मूल सिद्धांतों में अहिंसा (अनिर्विण्ण भावना से अन्य के प्रति पशुपक्षियों की रक्षा करना) महत्वपूर्ण है। जैन आचार्यों ने परस्पर आदर, सम्मान और शान्ति को प्रचारित किया है। उन्होंने ब्रह्मचर्य, अस्तेय (चोरी न करना), अपरिग्रह (अधिक सामग्री न इकट्ठा करना) और सत्य को भी महत्व दिया है।

बौद्ध धर्म

बौद्ध धर्म, जिसे बौद्ध मत भी कहा जाता है, एक प्रमुख धर्म है जो गौतम बुद्ध (बुद्ध) के शिक्षाओं और बोधिसत्त्व के आदर्शों पर आधारित है। इस धर्म की आरंभिक उत्पत्ति भारत में हुई, लेकिन यह बाद में दक्षिण-पूर्व एशिया के अन्य हिस्सों में भी फैल गया। वर्तमान में बौद्ध धर्म दुनिया भर में अनुयायियों की एक बड़ी संख्या के साथ अपनी उपास्यता और अध्ययन के लिए प्रसिद्ध है।

बौद्ध धर्म के मूल तत्व परमार्थ सत्य (Ultimate Truth), चतुष्पदार्थ (Four Noble Truths), आत्महत्या के प्रतिषेध (Prohibition of Suicide), बोधिचित्त (Bodhicitta), करुणा (Compassion), कर्म (Karma), प्रतीत्यसमुत्पाद (Dependent Origination) और मैत्री (Loving-Kindness) हैं। इन मूल तत्वों के आधार पर, बौद्ध धर्म मोक्ष (Nirvana) यानी दुःख से मुक्ति के लिए मार्ग बताता है। इसके अनुसार, दुःख (Dukkha) जीवन का मूलतत्व है और इसे दूर करने का मार्ग अधिकारिक अर्थ में आत्मबोध (Self-Realization) है

सिख धर्म

सिख धर्म (Sikh Dharma) एक धार्मिक पदार्थ है जो 15वीं सदी में भारतीय सुभूमि पंजाब में प्रारम्भ हुआ था। सिख धर्म गुरु नानक देव जी ने स्थापित की थी और वह सिख समुदाय के धार्मिक गुरु थे। सिख धर्म के प्रमुख सिद्धांतों में संतान साहित्य (Gurbani) और गुरु ग्रंथ साहिब (Guru Granth Sahib) की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

सिख धर्म का मुख्य उद्देश्य भक्ति, उच्चतम आदर्शों का अनुसरण करना, दया, सेवा, समरसता और समानता के साथ एक ईश्वर के प्रति उनकी प्रेम-भक्ति को व्यक्त करना है। सिख धर्म का मूल मंत्र है, “वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह” (Waheguru Ji Ka Khalsa, Waheguru Ji Ki Fateh), जिसका अर्थ होता है “खालसा ईश्वर की लोकवाणी है, खालसा ईश्वर की जीत है”।

सिख धर्म में सभी मनुष्यों को समान अधिकार, स्वतंत्रता और महत्व दिया जाता है। यह धर्म निष्पक्षता, समरसता, सेवा, सम्मान, न्याय और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देता है। सिखों की पहचान उनके पांच कक्के (पंज कक्के) से होती हैं, जो उनकी खालसा स्वरूपता का प्रतीक होते हैं: केस (केश, यानी अनकट केश) – अविरल बाल, कंघा – बालों में अलंकार की वस्त्र, कड़ा – लोहे की कंगन, किरपान – छोटी तलवार, और कच्छेरा – कछहर का जंगिया।

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ईसाई धर्म

(Jesus Christ) के शिक्षाओं, उपदेशों, और जीवन के प्रमाणों पर आधारित है। ईसाई धर्म के अनुयायों को “ईसाई” या “क्रिश्चियन” कहा जाता है।

ईसाई धर्म के मूल आधार को बाइबिल कहा जाता है, जो पुराना नियम और नया नियम के दो अंशों में विभाजित है। पुराना नियम (Old Testament) में, जो ईसाई और यहूदी धर्म का भी माना जाता है, पुरानी श्रुतियों, प्रतीतियों, और इतिहास के लेखकों द्वारा लिखित पुस्तकें शामिल हैं। नया नियम (New Testament) में, जो ईसाई धर्म के मूल तत्वों को रखता है, यीशु मसीह के जीवन, उपदेश, मृत्यु, और पुनरुत्थान की कथा शामिल है।

ईसाई धर्म में, ईसाई चर्च (Christian Church) या गिरजाघर मान्यता का केंद्र है और वहां शिष्यों को आदर्शों के अनुसार सभा करने, प्रार्थना करने, आराधना करने, और आध्यात्मिक संगठन करने का अवसर मिलता है।

इस्लाम धर्म

इस्लाम एक अभिप्रेत धर्म है जो 7वीं सदी में मुहम्मद इब्न अब्दुल्लाह (मुहम्मद) द्वारा स्थापित किया गया था। यह दुनिया का सबसे बड़ा धर्म है और इसके अनुयाय इस्लामी धर्म के अनुसार अल्लाह के प्रति एकान्त विश्वास रखते हैं।

इस्लाम के अनुसार, मुहम्मद भगवान के आखिरी और महत्वपूर्ण नबी हैं जिनके माध्यम से अल्लाह ने कुरान नामक पवित्र पुस्तक की आवाज़ सुनाई थी। कुरान में संग्रहीत विधियाँ, नीतियाँ और आचारधर्मों का मार्गदर्शन किया गया है।

इस्लामी धर्म के आदान-प्रदान को “फिव पिलर्स ऑफ़ इस्लाम” कहा जाता है, जिनमें शहादत (मान्यता और ईमानदारी का बयान करना), नमाज़ (प्रार्थना), रोज़ा (रोज़ा रखना), जकात (धर्मीय दान करना) और हज्ज (मक्का की प्रतिष्ठित धार्मिक यात्रा) शामिल हैं।

इस्लामी धर्म में ईश्वर को “अल्लाह” कहा जाता है और यह मानता है कि वह एक है, अनन्त है, ओरबल है और सर्वशक्तिमान है। इस्लाम में इंसानों के लिए एक नियमित आदर्श जीवन जीना, सच्चाई, ईमानदारी, और सेवा करने की गुणवत्ता को महत्व दिया जाता है।

इस्लाम में कई महत्वपूर्ण पवित्र स्थान हैं, जिनमें मक्का (काबा शरीफ़), मदीना (प्रभु का नगर), और जेरूसलम (अल-अक्सा मस्जिद) शामिल हैं। मुस्लिम लोग अपनी आदातें, विशेषताएं और धर्माचरणों के लिए इतिहास, कुरान और हदीस का संदर्भ लेते हैं।

यहूदी धर्म

यहूदी धर्म यहूदी लोगों का धार्मिक पदार्थ है, जिसे यहूदी समुदाय अपनाता है। यहूदी धर्म को भी यहूदाइज़्म, जूदाइज़्म या इब्रू धर्म के रूप में जाना जाता है। इसकी मूल आधारशिला यहूदी धर्म के प्रमुख धार्मिक पाठ का माना जाता है, जो वेब्राहास (Hebrew) भाषा में प्रकट होता है।

यहूदी धर्म की उत्पत्ति एशेनिक युग में हुई थी और यह अब से कई हजार वर्ष पहले मध्य पूर्व क्षेत्र (Middle East) में विकसित हुआ। इसकी मूल आधारशिला यहूदी धर्म की पवित्र पुस्तक यहूदी धर्मग्रंथ तनाख में स्थापित है। यह तीन भागों से मिलकर बना है – तोराह (Torah), नेवियिम (Nevi’im) और केतुविम (Ketuvim)।

वोडू धर्म

वूडू धर्म या वूडू (Voodoo) अथवा वूडू वूडू अथवा वूडूवूडू एक अफ्रीकन धर्म है जो प्रमुख रूप से वेस्ट अफ्रीका के हैती, लूसियाना और न्यू ओरलियंस, लूसियाना क्षेत्रों में प्रचलित है। यह धर्म सांस्कृतिक और धार्मिक तत्वों का संगम है, जिसमें अंतरंगता, भूत, और प्रकृति की शक्तियों का मान्यता है।

वूडू धर्म में प्रमुखतः दो देवी-देवताओं, लोया और लवे, की पूजा की जाती है। वूडू प्रथाओं में तांत्रिक ज्ञान, मन्त्र-तंत्र, जादू-टोना और वूडू डॉल्स के उपयोग का विशेष महत्व होता है। यह धर्म अपने साधकों को आध्यात्मिकता, चिकित्सा, और समुदाय में सहयोग की प्रेरणा प्रदान करता है।

वूडू धर्म में लोग मरने के बाद भी अपनी पितृदेवों के संपर्क में रहते हैं और उनसे संवाद करते हैं। इसके अलावा, वूडू धर्म में वूडू प्रिस्ट, जिन्न, बोकोर, और मंत्री जैसे धार्मिक आदिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान होता है।

FAQ’s Duniya Me Kitne Dharm Hai

दुनिया में कितने धर्म है?

दुनिया में धर्मों की संख्या 300 से अधिक है|

पांच प्रचलित धर्मों के नाम क्या है?

हिंदू जैन बौद्ध ईसाई इस्लाम और सिख यह 5 धर्म सबसे प्रचलित है|

राष्ट्रीय धर्म कौन सा है?

सनातन धर्म|

विश्व में सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म कौन सा है?

इस्लाम धर्म विश्व में सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म है|

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