Bharat Me Kul Kitni Bhasha Boli Jati Hai – यह तो आप सभी जानते ही होंगे कि भारत में कई प्रकार की भाषाएं बोली जाती है क्योंकि भारत में अनेक जातियों के लोग रहते हैं और इसी के साथ ही हमारा भारत देश के राज्यों से मिलकर बना है इसलिए भारत में कई प्रकार की भाषाएं बोली जाती है|
आज के लेख के माध्यम से हम आपको भारत में बोली जाने वाली अनेक भाषाओं के बारे में ही बताने वाले हैं इस लेख के अंतर्गत हम आपको बताएंगे कि भारत में कुल कितनी भाषाएं बोली जाती है (Bharat Me Kul Kitni Bhasha Boli Jati Hai)| यदि आप भारत में बोली जाने वाली भाषाओं के नाम जानना चाहते हैं और उनके बारे में सभी विस्तार पूर्वक जानकारियां प्राप्त करना चाहते हैं तो आज का हमारा लेख आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होने वाला है क्योंकि हमारा भारत देश ही एक ऐसा देश है जहां पर बहुत सी प्रांतों और जातियों के लोग निवास करते हैं| जिनकी बोली जाने वाली भाषा भी अलग-अलग प्रकार की होती है उदाहरण के तौर पर आपको बता दें कि यदि आप किसी राज्य से हैं तो उस राज्य की भाषा हिंदी, मराठी, उर्दू, भोजपुरी, राजस्थानी, पंजाबी आदि भी हो सकती है|
यूपी के 75 जिलों के नाम हिंदी में |
राजस्थान के जिलों के नाम |
Madhya Pradesh के कितने District हैं |
बिहार के 38 जिलों के नाम |
भारत में बोली जाने वाली भाषाओं के बारे में अधिक जानकारी
आपको बता दें कि भारत में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं परंतु इन सभी जगह पर लोग एक दूसरे से अलग अलग भाषाओं में बात करते हैं हालांकि भारत की कोई राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत में बहुत सी भाषाएं बोली और समझी जाती हैं लेकिन अधिकतर हिंदी भाषा भारत में बोली और समझी जाती है| भारतीय संविधान में केवल 22 भाषाओं को ही मान्यता प्राप्त दी गई है| इसी के साथ आपको बता दें कि 2011 के आंकड़ों के अनुसार ऐसे लोग जो 10,000 से अधिक एक भाषा को बोलते हैं ऐसी 122 भाषाएं भारत में बोली और समझी जाती है|
पूरे भारत में कितनी भाषाएं बोली जाती है इसका सही प्रकार से मूल्यांकन करना मुश्किल है क्योंकि भारत में बहुत सी भाषाएं बोली और समझी जाती है हिंदी और अंग्रेजी केंद्र सरकार की अधिकारिक भाषा है| इसलिए आपको सभी सरकारी काम हिंदी और अंग्रेजी भाषा में देखने को मिलता है हालांकि राज्य सरकार की अपनी भाषा अलग हो सकती हैं जैसे कि अगर हम बात करें दक्षिण भारत की तो वहां कन्नड़, मलयालम, नौसिखिया या तमिल भाषा बोली जाती है|
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Bharat Me Boli Jane Wali Bhasha (भारत में कुल कितनी भाषाएं बोली जाती है)

जैसा कि हमने आपको अभी बताया कि भारत में कितनी भाषाएं बोली जाती है इसका सही अनुमान लगाना मुश्किल है क्योंकि भारत में बहुत सी भाषाएं बोली और समझी जाती हैं लेकिन भारतीय संविधान में केवल 22 भाषाओं को ही मान्यता दी गई है आपको बता दें कि वर्ष 2011 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में 122 भाषाएं बोली और समझी जाती है और जो लोग 10,000 से अधिक भाषाएं बोलते हैं हिंदी और अंग्रेज़ी केंद्र सरकार की अधिकारिक भाषा है| इसलिए आपको सरकारी दफ्तर में भी अधिकतर कार्य हिंदी और अंग्रेजी में कराने होते हैं इसके अतिरिक्त भारत में 22 भाषाओं को संवैधानिक रूप से अधिकारिक भाषा का स्तर दिया गया है जिनके नाम हम आपको नीचे बताने वाले हैं|
- हिंदी
- बंगाली
- असमिया
- बोडो
- तेलुगू
- तमिल
- डोंगरी
- गुजराती
- उर्दू
- सिंधी
- संथाली
- संस्कृति
- पंजाबी
- नेपाली
- ओरिया
- मराठी
- मैथिली
- मोडी
- मणिपुरी
- मलयालम
- कोंकड़ी
- कनाडा
इन सभी भाषाओं को देश को देश की तकरीबन 90% आबादी बोलती और समझती है हालांकि भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची के तहत इन आकाश गंगा को अलग-अलग क्षेत्रों में सूचीबद्ध कर राजभाषा की सूची में शामिल किया गया है|
भारत में 122 भाषाएं कौन–कौन सी है
भारतीय संविधान में 22 भाषाओं को मान्यता प्राप्त है लेकिन इसी के साथ साथ कुल 122 भाषाएं हैं जिनको पांच भागों में बांटा गया है जिनके बारे में हम आपको नीचे बताने वाले है|
इंडो यूरोपियन
- बंगाली
- असमीज
- बिश्नुपुरीया
- भिल्ली / भीलोडी
- गुजराती
- डोगरी
- हिंदी
- हलाबी
- कोंकणी
- कश्मीरी
- खांदेशी
- लहादा
- नेपाली
- मठली
- मराठी
- संस्कृत
- पंजाबी
- उडिया
- शिना
- सिंधी
- उर्दू
ईरानियन
- अफगानी
- पश्तो
जर्मनिक
- अंग्रेजी
द्रविड़ियन
- कोंगेई /कोडागु
- जाटापू
- गोंडी
- खोंड कोंढ़
- कन्नड़
- किसन
- कोलामी
- कोंडा
- कोया
- कुई
- ओरांन
- माल्टो
- मलयालम
- तेलुगू
- तुलु
- तमिल
- परजी
ऑस्ट्रोएशियन
- भुज
- गडबा
- हो
- खरिया
- जुआंग
- कोरकू
- कोडा/ कोरा
- कोरवा
- मुंदरी
- मुंडा
- संताली
- सवारा
- निकोबरेसे
तिबेटो-बूर्मेस
- गुल
- एओ
- अंगामी
- बाल्टी
- बोडो
- भोतिया
- चकसांग
- चक्रकु/चोकरी
- चांग
- दिमासा
- देरी
- कार्बी/मिकिर
- करीमनुंगण
- कोच
- कोम
- कोनीक
- काबई
- कूकी
- किन्नौरी
- हलाम
- हंबर
- खेझा
- गारो
- गंगटे
- लद्खी
- लक हर
- लालूंग
- लाहौली
- लेपचा
- लिंआंगमेई
- लिंम्बु
- लोता
- लुशाई/मिजो
- मणिपुरी
- मिरी/मशिंग
- मिशमी
- मारम
- मरींग
- मोग
- मोंपा
- निशी / डफला
- नोके
- पेठ
- पवी
- फाम
- पोचुरी
- राभा
- राय
- रेम्मा
- सांताम
- सेम
- शेरपा
- सिम
- तामंग
- तांगखुल
- तंगासा
- थडो
- तिबेटी
- त्रिपुरी
- वैफीई
- झी
- झू
- वांचो
- यिमचंग्रे
- झीलियांग
- जोऊ
सेमट्रो–हॅमिक
- अरबी
भाषा का महत्व क्या है?
- भाषा हमें अपनी भावनाओं और विचारों को व्यक्त करने में मदद करती है|
- यह हमारे लिए अदिति है क्योंकि यह विभिन्न संस्कृतियों और समाजों के भीतर आदित्य विचारों और रीति-रिवाज को एक तरीका है|
- भाषा संस्कृतियों को संरक्षित करने में मदद करती है लेकिन यह है हमें दूसरों के बारे में जानने और उनके विचारों को समझने का अवसर देती है|
- सभी मनुष्य अलग-अलग समय पर बात करना सिखाते हैं और जब कोई बच्चा भाषा का उपयोग करना शुरू करता है तो यह देखना इस बात का संकेत हो सकता है कि उनका विकास कितनी अच्छी तरह हो रहा है|
- एक क्षेत्रीय भाषा सीख कर आप उन विचारों और विचारों को समझ सकते हैं जो आपकी अपनी संस्कृति से भिन्न हो सकते हैं|
- भाषा मानव संचार का हिस्सा है और इसे एक व्यक्ति इशारों, भाव, स्वरों, भावनाओं और विचारों को प्रदर्शित करता है|
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Conclusion
आज के लेख में आपने जाना कि भारत में कुल कितनी भाषाएं बोली जाती हैं आशा है कि आप को इस विषय से संबंधित सभी जानकारी पसंद आई होगी| यदि आपको यह पोस्ट पसंद आई हो और इस पोस्ट में दी गई सभी जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई हो तो हमारे लेख को शेयर जरूर करें|
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2011 में हुई जातीय जनगणना के मुताबिक भारत में 22 भाषाएं बोली जाती हैं|
भारत में कुल 121 भाषाएं बोली और समझी जाती हैं|