DM Kaise Bane: आज हम आपको DM Kaise Bane की जानकारी देंगे यदि आपका सपना भी डीएम बनने का हैं तो हमारे साथ आंत तक बने रहे और हमारी कही गयी सभी बातो को ध्यानपूर्वाक पढ़े और समझे| हमारी और से दी गयी ये जानकारी आपके लिए काफी मददगार साबित होगी| जैसे की हम सब देखते हैं के आज कल हर युवा का सपना होता के हम भी DM बने हम भी किसी सरकारी पद पर काम करे डीएम का पद बहुत सम्मान वाला और बड़ा पद होता हैं| बल्कि जिले के सारे सरकारी पदों मैं डीएम का पद सबसे बड़ा होता हैं| ( DM Kaise Bane )
जब हम डीएम को देखते हैं तो हमारे ख़याल मैं भी आता हैं के काश हम भी डीएम होते या हम भी डीएम बन जाये| लेकिन ऐसे बहुत कम लोग होते हैं| जिनका सरकारी ऑफिसर बनने का सपना पूरा हो पाता हैं| क्योकि ऐसा नहीं हैं की बस सोचा के काश हम डीएम होते और बन गए डीएम बनने के लिए कड़ी मेहनत या ये कहे के रात दिन पढ़ाई करनी होती हैं| इसी के साथ हमे प्रिलिम्स मैन और इंटरव्यू क्लियर करना होता हैं| यदि हम इन तीनो चरणों को क्लियर कर लेते हैं| तब हम डीएम बनने के योग्य होते हैं | आज इस आर्टिकल के जरिए हम जानेंगे कि डीएम की फुल फॉर्म क्या है और डीएम कैसे बनते हैं|
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डीएम कौन होता हैं
डीएम का मतलब डिस्टिक मजिस्ट्रेट होता है यह भारतीय प्रशासनिक सेवा के अंतर्गत आने वाला अधिकारी होता है डीएम सरकार द्वारा नियुक्त किसी भी जिले का सर्वोच्च अधिकारी होता है किसी भी जिले में सरकार के द्वारा किया जा रहा विकास और अन्य प्रशासनिक सेवा जनता तक सही तरीके से पहुंचे रही है या नहीं इसकी देखरेख करना आईएएस यानी डीएम का ही कार्य होता है| DM को ही IAS कहा जाता है लेकिन आईएएस एक सरकारी नौकरी का कैटेगरी होती है जिसमें सर्वोच्च उपाधि डीएम होता है|
District Magistrate या DM के रूप में कार्यरत अधिकारी की जिम्मेदारी और कार्य अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन dm1 जिले का सबसे मुख्य अधिकारी होता है जिले में सभी तरीके की प्रशासनिक व्यवस्था को बनाए रखना डीएम का मुख्य कार्य होता है|
DM Kaise Bane
डीएम बनने के लिए सबसे पहले आपको संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा पास करनी होगी और शीर्ष 100 में रैंक हासिल करनी होगी एक बार जब आप इस परीक्षा को पास कर लेते हैं तो आप एक भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी आईएएस बन जाएंगे IAS अधिकारी को एक या दो प्रमोशन के बाद जिला मजिस्ट्रेट (DM) बना दिया जाता है| UPSC की सिविल सर्विस एग्जाम (CSE) में उम्मीदवार द्वारा हासिल की गई रैंक के आधार पर अलग-अलग विभाग में अधिकारी बना दिया जाता है| जैसे- यदि किसी उम्मीदवार की रैंक सबसे अधिक रहती है तो उसे इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (IAS) शाखा के पद जैसे निगम और आयोग के प्रशासन प्रमुख मंत्रालय और विभिन्न विभाग का सचिव जिला प्रमुख या जिला कलेक्टर इत्यादि के रूप में नियुक्त किया जाता है|
CSE Exam उत्तीर्ण करने के बाद IAS बनने के अतिरिक्त अन्य उच्च सरकारी पदों में भी नौकरी मिलती है जैसे (IPS) इंडियन पुलिस सर्विस जोकि पुलिस विभाग का उच्च प्रशासनिक पद होता है| (IRS) इंडियन रिवेन्यू सर्विस ऑफिसर जो कि भारत सरकार की प्रशासनिक राजस्व सेवा आयकर अधिकारी होता है आई एफ एस इंडियन फॉरेन सर्विस जिसमें राजदूत की नौकरी दी जाती है|
डीएम की फुल फॉर्म (Full Form of DM)
डीएम की फुल फॉर्म डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट होती हैं (District Magistrate full of DM) डीएम को जिला अधिकारी या जिला न्यायाधीश के नाम से भी जानते हैं जिसे आप जिले का मुखिया भी कह सकते हैं| जिले के सभी सरकारी अधिकारियों मैं जिला अधिकारी का पद सबसे सर्वोत्तम वे सम्मान वाला होता हैं| जिला न्यायाधीश को सरकार की तरफ से सभी राजस्व अधिकार दिए जाते हैं जिला अधिकारी को सरकार की तरफ से बांग्ला, गाड़ी ,गार्ड ,आदि सुविधा भी मिलती हैं| डीएम गांव , क़स्बा वे शहर की अलग अलग जगह पर छापा भी मार सकता हैं| जिला न्यायाधीश छापा मरने के अलावा जिले की सुरक्षा , समानता , एकता , शांति ,वयवसाय और हर तरह के आधिकारो की सुविधा प्रदान करता हैं| यही कारण होता हैं की हम इसको जिले का मुखिया भी कहते हैं| डीएम कैसे बने
DM बनने की योग्यता – DM Kaise Bane
अब हम आपको बताएंगे के अगर आप भी डीएम बनना चाहते हैं| तो डीएम बनने की कुछ योग्यताऐ होती हैं| डीएम बनने के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम शिक्षा योग्यता कम से कम स्नातक होनी चाहिए| शिक्षा योग्यता के अतिरिक्त उम्मीदवारकी उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए |
डीएम (District Magistrate) बनने के लिए आयु
जिला अधिकारी बनने के लिए सरकार ने हर वर्ग की एक आयु सीमा निर्धारित की हैं जो हम आपको नीचे बताएंगे|
Caste Category | Age Limit |
General Category | 21 to 32 |
O.B.C. Category | 21 to 35 |
S.C.\S.T. Category | 21 to 37 |
DM की सैलरी कितनी होती है
यदि हम बात करें डीएमके सैलरी के बारे में तो हम आपको बता दें कि डीएम का शुरुआत में मासिक वेतन ₹56000 होता है जिसमे TA ,DA और HRA शामिल नहीं है| यह मूल वेतन पदोन्नति के साथ बढ़ता जाता है मतलब जितने अधिक आपके प्रमोशन होंगे उतनी अधिक आपकी सैलरी होगी और यदि आप कैबिनेट सचिव के पद पर पहुंचते हैं तो आप का वेतन 2,50,000/-रुपए तक हो जाता है|
डीएम को भारत सरकार द्वारा मासिक वेतन के अतिरिक्त अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाती है जैसे बंगला गाड़ी सुरक्षा गार्ड नौकर फोन एवं TA,DA,HRA आदि|
DM के कार्य
आपको बता दे की डीएम जिले का सबसे सर्वोच्च अधिकारी होता हैं |जिला अधिकारी के कुछ प्रमुख कार्य औरअधिकार होते हैं |
- जिला अधिकारी का कार्य कानून व्यवस्था लॉ एंड आर्डर को बनाये रखना हैं|
- जिले मैं बनाये गए सरकारी स्कूल, सरकारी अस्पताल या किसी भी सरकारी दफ्तर मैं किसी प्रकार की कोई बाधा न हो |
- सभी अपराध या वार्षिक अपराध की रिपोर्ट सरकार को देना |
- जिले के सभी पुलिस अधिकारी और जिले की सभी जेलों का निरक्षण करना |
- जिले के गांव, कस्बे, शहर का दौरा करके गांव मैं हो रहे पानी विभाग ,बिजली विभाग आदि| या फिर सरकार दुवारा चलायी जा रही किसी भी कार्य की पूरी ज़िम्मेदारी लेना |
District Magistrate (डीएम) बनने के लिए किया पढ़े या तैयारी कैसे करे
जिला अधिकारी बनने के लिए आपको (UPSC) यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन की सिविल परीक्षा (CSE) को पास करना होता हैं| डीएम (DM) आईएएस (IAS) आईएफएस (IFS) आईपीएस (IPS) एस.डी.ऍम (SDM) कलेक्टर बनने के लिए यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) एक अखिल भारतीय परीक्षा हैं| जिला न्यायाधीश बनने के लिए उमीदवार कम से कम स्नातक की शिक्षा होनी चाहिए| जैसे – B.A. B.S.C. B.COM. B.B.A. B-TECH. आदि कोई भी बेचलर डिग्री के साथ साथ उमीदवार को (CSE) परीक्षा की तैयारी भी करनी चाहिए | परीक्षा पास करने के साथ 100 मैं रैंक हासिल करनी होगी (UPSC) की तैयारी करने के लिए (NCERT) की किताबो को अच्छे से पढ़े| करंट अफेयर्स ,भारतीय इतिहास और लॉ की किताबे पढ़े| और इसी के साथ daily newspaper पढ़े इस से आपका बेसिक मज़बूत होगा |
डीएम बनने की चयन क्रिया
D.M , I.A.S. , I.F.S. , I.P.S. आदि पदों की चयन प्रकिर्या 3 चरणों मैं होती हैं जो कुछ इस प्रकार हैं-
- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary exam)
- मुख्य परीक्षा(Mains exam)
- साक्षात्कार प्रक्रिया (Interview process)
प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary exam)
प्रारंभिक परीक्षा (UPSC) की (CSE) परीक्षा का पहला चरण होता हैं प्रिलिम्स ऑब्जेक्टिव टाइप (MCQ) की परीक्षा होती हैं जिसमे 2 पेपर होते हैं| प्रत्येक पेपर 200 – 200 अंक के होते हैं| इन पेपरों को हल करने के लिए 2 -2 घंटे का समय होता हैं| दोनों प्रश्न पत्र अंग्रेज़ी और हिंदी दोनों भाषाओ मैं होते हैं| इस परीक्षा मैं cutt off के तहत एक तिहाई (1\3) पेनल्टी की नेगेटिव मार्किंग भी होती हैं|
पेपर्स | प्रश्नो की संख्या | अंक | समय |
पेपर–1 | 100 | 200 | 2 घंटे |
पेपर–2 | 80 | 200 | 2 घंटे |
मुख्य परीक्षा (Mains exam)
प्राम्भिक परीक्षा पास करने के बाद आपको मुख्य परीक्षा देनी होती हैं| और यह (CSE) एग्जाम का दूसरा चरण होता हैं | इस परीक्षा मैं केवल वही उमीदवार भाग लेते हैं| जो प्रारंभिक परीक्षा पास कर लेते हैं| यह परीक्षा जिला अधिकारी बनने के लिए अंतिम परीक्षा होती हैं| इस परीक्षा मैं 9 पेपर होते हैं| इन 9 पेपरों मैं केवल 7 पेपर ही मेरिट रैंकिंग के लिए जाते हैं| मुख्य परीक्षा मैं कुल अंको की संख्या 1750 होती हैं | मुख्य परीक्षा मैं 7 पेपर 250 अंक के होते हैं और 2 पेपर 300 अंक के होते हैं| इस परीक्षा मैं प्रत्येक पेपर मैं 3 -3 घंटे का समय होता हैं|
साक्षात्कार प्रक्रिया (Interview process)
मुख्य परीक्षा क्लियर करने के बाद आपको अंतिम चरण यानी साक्षात्कार से गुज़रना पड़ता हैं |interview मैं लगभग 400 से 450 उमीदवार पहुचते हैं| इस interview के दौरान आपका विषय ज्ञान (Subject Knowledge) और साथ ही मानसिक क्षमता (Mental Capacity) का परिक्षण (Test) किया जाता हैं | अगर आप यह राउंड क्लियर कर लेते हैं| तो आपका डीएम पद के लिए चयन (Selection) कर लिया जाता हैं |
निष्कर्ष (Conclusion) –
इस लेख में हमने आपको डीएम के बारे में सभी जानकारी दी DM Kaise Bane | डीएम कैसे बनते हैं, डीएम बनने के लिए किया किया पढ़ना चाहिए, ये सब के बारे मैं हमने आपको बताया अगर हमारे दुवारा बताई गयी| जानकारी डीएम कैसे बनते हैं| इसलिए आप सभी से निवेदन है कि हमारे इसलिए ऊपर से नीचे तक ध्यानपूर्वक पढ़ें और पूरी जानकारी हासिल करें| आपको पसंद आयी हो तो हमारे इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा अपने दोस्तों के साथ शेयर करे और कमेंट बॉक्स मैं कमेंट करके हमे बताये |
FAQ’s
DM बनाने के लिए उम्मीदवार को यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के तहत होने वाली CSE एग्जाम को पास करना होता है|
डीएम बनने में 6 साल लगते हैं|
जिले में कानून और व्यवस्था बनाए रखना|