Biggest Temple in the World : यह तो आप सभी जानते ही होंगे कि भारत को विविधताओं का देश कहा जाता है क्योंकि भारत में अनेक धर्म के लोग निवास करते हैं इनमें शामिल है हिंदू धर्म जिसमें देवी देवताओं को लेकर गहरी अवस्था है| यही कारण है कि देश में किसी भी दिशा में जाने पर आपको मंदिर जरूर मिल जाएगा| इनमें कुछ मंदिर अपने बनावट शैली को लेकर बहुत प्रसिद्ध है जो एक नजर में ही लोगों के दिल में उतर जाते हैं लेकिन क्या आप दुनिया के सबसे बड़े मंदिर के बारे में जानते हैं| यदि आपको इस विषय में जानकारी नहीं है तो आज के लेख के अंतर्गत हम आपको दुनिया के सबसे बड़े मंदिर के बारे में बताने वाले हैं| Biggest Temple in the World के बारे में जानने के लिए हमारे लेख को अंत तक जरूर पढ़ें|
दुनिया के 10 सबसे बड़े मंदिर की सूची- 10 Biggest Temple in the World List
क्रमांक | मंदिर का नाम | स्थान | देश |
1 | पशुपतिनाथ मंदिर | काठमांडू | नेपाल |
2 | अंकोरवाट मंदिर | सिएम रीप प्रांत | कंबोडिया |
3 | श्री रंगनाथस्वामी मंदिर | तिरुचिरापल्ली | भारत |
4 | अक्षरधाम मंदिर | दिल्ली | भारत |
5 | बेलूर मठ, रामकृष्ण मंदिर | हावड़ा | भारत |
6 | थिल्लई नटराज मंदिर | चिदम्बरम | भारत |
7 | प्रम्बानन, त्रिमूर्ति मंदिर | योग्याकार्ता | इंडोनेशिया |
8 | बृहदीश्वर मंदिर | तंजावुर | भारत |
9 | अन्नामलाईयार मंदिर | तिरुवन्नामलाई | भारत |
10 | दक्षिणेश्वर काली मंदिर | कोलकाता | भारत |
दुनिया की 10 सबसे बड़ी मंदिरों के बारे में जानकारी- Biggest Temple in the World
पशुपतिनाथ मंदिर
दुनिया की 10 सबसे बड़ी मंदिरों की लिस्ट में पशुपतिनाथ मंदिर का नाम सबसे पहले आता है क्योंकि यह दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर है यह मंदिर नेपाल की राजधानी काठमांडू के देवपाटन गांव में स्थित है|
नेपाल के धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बनने से पहले इस मंदिर को राष्ट्रीय देवता भगवान पशुपतिनाथ का प्राथमिक निवास माना जाता था| यह मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है जो लोग पशुपतिनाथ में विश्वास करते हैं वह मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं गैर हिंदू पर्यटक इस बागमती नदी के दूसरी ओर से बाहर से देख सकते हैं|
यह मंदिर नेपाल का सबसे पवित्र शिव मंदिर माना जाता है मंदिर में चार पुजारी और एक मुख्य पुजारी है जो सभी दक्षिण भारतीय ब्राह्मण मूल के हैं यह परंपरा 15वीं शताब्दी में राजा प्रताप मल्ल के साथ शुरू हुई थी पशुपतिनाथ मंदिर में शिव दिवस मनाने का एक विशेष अर्थ है|
अंकोरवाट मंदिर
मुख्य रूप से भगवान विष्णु को समर्पित अंकोरवाट मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर है यह कंबोडिया देश के एंकर में स्थित है जिसका पुराना नाम यशोरधपुर था| 12वीं शताब्दी में राजा सूर्य वर्मन दीदी ने इस मंदिर को बनाया था जो करीब 402 एकड़ में फैला हुआ है और वर्तमान में कंबोडिया में हिंदू लोगों की आबादी केवल तीन प्रतिशत है|
श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर
तमिलनाडु स्थित श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर को वैसे तो इसके क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा मंदिर कहा जाता है इसका क्षेत्रफल 631,000 वर्ग मीटर में फैला हुआ है लेकिन क्योंकि मंदिर में स्थित सात कंक्रीट की दीवारों में से केवल चार का उपयोग मंदिर के लिए किया जाता है बाकी की दीवारों का उपयोग प्राइवेट कमर्शियल के लिए किया जाता है|
अक्षरधाम मंदिर
इस लिस्ट पर चौथे स्थान पर अक्षरधाम मंदिर है स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर भारत के दिल्ली शहर में स्थित है यह मंदिर स्वामीनारायण संप्रदाय का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है|
मंदिर का निर्माण प्रमुख स्वामीनारायण संप्रदाय के संत भगवान स्वामी प्रमुख स्वामी नारायण द्वारा किया गया है और इसे 2005 में उद्घाटित किया गया था|
यह मंदिर अपनी भव्यता विस्तृत वास्तुकला और सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है मंदिर में प्रमुख देवताओं के अलावा अन्य सामरिक और सांस्कृतिक दृश्य का भी दर्शन किया जा सकता है|
बेलूर मठ रामकृष्ण मंदिर
बेलूर मठ मंदिर पश्चिम बंगाल के हावड़ा में लगभग 40 एकड़ में फैला हुआ है और हुगली नदी के पश्चिमी तट पर बना हुआ है 1935 ईस्वी में स्वामी विवेकानंद ने इसे बनाया था जो रामकृष्ण परमहंस का मुख्यालय भी था|
नटराज मंदिर
तमिलनाडु के चिदंबरम स्थित थिल्लई नटराज मंदिर भगवान शिव को समर्पित मंदिर है| इसका क्षेत्रफल 106,000 वर्ग मीटर है यहां भगवान शिव के अतिरिक्त शिव कमी अमन गणेश मुरुगन और गोविंदा राजा पेरूलम की भी आराधना होती है|
प्रम्बानन त्रिमूर्ति मंदिर
प्रम्बानन इंडोनेशिया के योग्यकर्ता प्रांत में स्थित है| यह भारतीय वास्तुकला और शिल्प की महान उपलब्धि है इसको विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है|
यह मंदिर विष्णु शिव और ब्रह्मा को समर्पित है और उनकी मूर्तियां प्रमुख है इसके अतिरिक्त इसमें बहुत सारे छोटे मंदिर शिखर और स्तूप भी है|
बृहदीश्वर मंदिर
बृहदीश्वर मंदिर तमिलनाडु के तंजावुर जिले में स्थित है यह एक प्रमुख हिंदू मंदिर है| यह मंदिर 11वीं शताब्दी में राजा राजेश्वरी द्वारा निर्मित किया गया था और इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किया गया है|
इस मंदिर में विशेषता उसकी विशालता गगनचुंबी शिखर वास्तुकला और विशाल गोपुरम है मंदिर में विराजमान भगवान शिव की मूर्ति उपस्थित है इसके अलावा मंदिर में परंपरागत भारतीय कला, मूर्ति कला और वास्तु कला के उदाहरण भी देखे जा सकते हैं|
अन्नामलाईयार मंदिर
अन्नामलाईयार मंदिर तमिलनाडु में स्थित भगवान शिव का मंदिर है इसके चारों तरफ चार टावर और चार पत्थर की दीवारें हैं जिसमें यह एक किले की तरह दिखाई देता है इसका क्षेत्रफल लगभग 101,171 वर्ग किलोमीटर है यह मंदिर अग्नि का प्रतिनिधित्व करता है और इस मंदिर के मुख्य शिवलिंग को अग्नि लिंग कहा जाता है इस मंदिर में देवी पार्वती की अन्नामलाई अम्मान के रूप में पूजा की जाती है|
दक्षिणेश्वर काली मंदिर
दक्षिणेश्वर काली मंदिर पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में स्थित है यह मंदिर मां काली को समर्पित है जो हिंदू धर्म की प्रमुख देवी मानी जाती है| इस मंदिर का निर्माण 1809 में राणी रणी रासमोंडी द्वारा किया गया था| दक्षिणेश्वर कली मंदिर एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है और मां काली के भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है|
मंदिर में मां काली की मूर्ति स्थापित है जिसे भयंकर और उग्र स्वरूप में प्रदर्शित किया जाता है यहां भक्तों को आराधना पूजा और अनुष्ठान करने का अवसर मिलता है|
FAQ’s
श्री रंगनाथस्वामी मंदिर दुनिया की सबसे बड़ी मंदिर है|
कंबोडिया|
पद्मनाभस्वामी मंदिर
सऊदी अरब|
2 मिलियन से अधिक छोटे बड़े मंदिर भारत में स्थित है|