Short Love Stories in Hindi: दिल छू जाने वाली लव स्टोरी|

Short Love Stories In Hindi: यह तो आप सभी जानते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में प्यार जरूर होता है| कुछ लोग ऐसे होते हैं जो शादी से पहले प्यार करते हैं और कुछ ऐसे होते हैं जो शादी के बाद प्यार करते हैं| लेकिन अगर देखा जाए तो उन प्रेम कहानियों के द्वारा ही लोग अपने बेहतर जीवन की परिकल्पना कर पाते हैं| बहुत से ऐसे लोग हैं जिनको लव स्टोरी पढ़ने बहुत पसंद होता है| यदि आपको भी लव स्टोरी पसंद है तो आप हमारे आर्टिकल को जरूर पढ़ें क्योंकि आज के आर्टिकल के अंतर्गत हम आपके लिए बेहद इंटरेस्टिंग लव स्टोरी लेकर आए हैं| Short Love Stories In Hindi पढ़ने के लिए हमारे साथ अंत तक बन रहे|

प्रेम पत्र लिखने का तरीका
Shaadi.com Account Kaise Banaye
बहन की शादी के लिए अवकाश लेने हेतु आवेदन पत्र

Short Love Stories In Hindi

यदि आप भी प्रेम से भरी कहानी पसंद करते हैं तो आप हमारे आर्टिकल के माध्यम से Short Love Stories In Hindi पढ़ सकते हैं| यहां पर आपको बहुत अच्छी और रोमांटिक लव स्टोरी पढ़ने को मिलेगी|

रोहन को क्यों हुआ साक्षी से प्यार

अरे रोहन… चली यार आज मजा करेंगे बाढ़ से बाहर निकलते समय दीपक रोहन से बोला.. गौरव भी उनके साथ था|

रोहन ने कहा मैंने पहले ही बहुत ज्यादा शराब पी ली है और अब मैं इस हालत में नहीं हूं कि मैं कहीं जा सकूं|



दीपक और गौरव ने रोहन की बात नहीं सुनी और उसे पड़कर जबरदस्ती कर में बिठाया और एक होटल में जब पहुंचे..

वहां पहुंचकर दीपक और गौरव ने एक कमरा ले लिया उन दोनों ने पहले ही फोन पर इंतजाम कर लिया था, तो होटल का एक मुलाजिम उनके कमरे में एक लड़की को लाया|

दीपक ने उसे मुलाजिम को पैसे दिए और वह लड़की को वहीं छोड़कर चला गया..

एक साधारण लड़की थी देख कर लग रहा था कि वह पहली बार इस तरह का काम कर रही थी क्योंकि उसके चेहरे पर घबराहट के भाव थे उसके कपड़े भी साधारण थे और कई जगह से फटे हुए थे..

रोहन उसे लड़की के चेहरे को एक तक देख रहा था उसे उसमें मासूमियत और घबराहट के मिले-जुले रोहन और गौरव उसकी केवल हवास की नजर से देख रहे थे..

तभी रोहन लड़खड़ाता हुआ उठा और उसने गौरव और दीपक को बाहर जाने के लिए कहावे दोनों बाहर आ गए हैं..

अब कमरे में केवल वह लड़की और रोहन थे रोहन ने अंदर से कैमरा बंद कर लिया रोहन को यह सब बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा था लेकिन दीपक और गौरव ने इतनी ज्यादा शराब पी ली थी कि उन्हें होश ही नहीं था कि वह क्या कर रहे हैं..

काफी देर हो गई तो रोहन ने गौरव को कमरे में जाकर देखने को कहा|.

गौरव शराब के नशे में चूर था लड़का रहता हुआ कमरे के दरवाजे पर पहुंच कर उसे खटखटाना लगा काफी देर बाद लड़की ने दरवाजा खोला.

उसे लड़की ने गौरव से कहा कि उसका दोस्त सो गया है उसे उठा लो नशे की हालत में कर गौरव उसे लड़की की बात सुनने के बजाय पड़कर उसे अंदर ले गए और दरवाजा बंद कर लिया|

रोहन दूर बरामदे में बैठा हुआ यह सब देख रहा था गौरव को भी कमरे में गए काफी देर हो गई तो रोहन ने दरवाजा खटखटाया..

इस बार भी उसे लड़की ने दरवाजा खोल अब वह परेशान दिख रही थी उसने रोहन की तरफ देखा और कहा बाबू,’ यह लोग कुछ कर भी नहीं रहे और मेरा पैसा भी नहीं दे रहे हैं.

मुझे पैसे की जरूरत है और जल्दी घर भी जाना है कहते हैं उसे लड़की का गला बैठ सा गया.

रोहन ने लड़की को अंदर चलने को कहा और थोड़ी देर में उसे उसी होटल के दूसरे कमरे में ले गया उसने जाते हुए देखा कि गौरव और दीपक नशे में चूर बिस्तर पर पड़े थे.

रोहन ने दूसरे कमरे में उसे लड़के को बैठने को कहा लड़की घबराते हुए बैठ गई वह थोड़ी जल्दी में लग रही थी.

रोहन ने उसे पास रखा पानी पीने को दिया जिसे वह एक सांस में ही पी गई.

पानी पीने के बाद में लड़की खड़ी हुई और रोहन से बोली बाबू अब जो करना है जल्दी करो मुझे पैसे लेकर जल्दी घर पहुंचना है.

रोहन को उसकी मासूम बातों पर हंसी आ रही थी उसने उसे पैसे दे दिए तो उसने पैसे रख लिए और रोहन को पड़कर बिस्तर पर ले गई और अपने कपड़े उतारने लगी.

रोहन ने उसका हाथ पकड़ा और कपड़े खोलने को मना किया लड़की बोली नहीं बाबू’ साक्षी ऐसी लड़की नहीं है जो बिना काम के किसी से भी पैसे ले ले मैं गरीब जरूर हूं लेकिन भीख नहीं लूंगी.

रोहन अबू बोल नहीं पा रहा था तभी साक्षी ने रोहन का हाथ पकड़ा और उसे बिस्तर पर ले गई यह सब इतना जल्दी में हुआ कि रोहन कुछ कर नहीं पाया|

साक्षी ने अपने कपड़े उतारे और रोहन के भी कपड़े उतारने लगी अब साक्षी रोहन के इतने नजदीक थी कि उसके मासूम चेहरे को वह बड़े प्यार से देख रहा था. वह साक्षी की किसी बात का विरोध नहीं कर पा रहा था उसके मासूम भाव और चेहरे से रोहन की नजर हटती तब तक साक्षी वह सब कर चुकी थी जो पति-पत्नी करते हैं|

साक्षी ने जल्दी से कपड़े पहने और होटल के कमरे से बाहर निकल गई रोहन अभी भी साक्षी के ख्यालों में खोया हुआ था|

समय वैधता गया लेकिन रोहन के दिमाग से साक्षी निकल नहीं पा रही थी.

एक दिन रोहन बाजार में सामान खरीद रहा था उसने देखा कि साक्षी भी उसके पास की ही एक दुकान से सामान खरीद रही थी.

रोहन उसको देखकर खुश हुआ उसने साक्षी को आवाज दी तो साक्षी ने मुड़कर देखा और फिर दुकानदार से सामान लेने में जुट गई|

रोहन उसके पास पहुंचा साक्षी ने उसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया साक्षी ने सामान खरीदा और दुकान से बाहर निकल गई|

कुछ दिन बाद रोहन को साक्षी फिर से दिखाई दी उसे दिन रोहन ने साक्षी का हाथ पकड़ा और उसे भीड़ से दूर खींचकर ले गया और उसे उसकी पिछली बार की हरकत के बारे में पूछना चाहा तो रोहन के पैरों की जमीन खिसक गई उसने देखा साक्षी का चेहरा पीला पड़ चुका था और वह बहुत कमजोर हो गई थी उसने अपनी फटी चुनरी से अपना पेट छुपा रखा था जो कुछ बाहर दिख रहा था|

साक्षी वहां से जाने के लिए संजय से जोर आजमाइश कर रही थी संजय ने किसी तरह उसे शांत किया और भीड़ से दूर एक चाय की दुकान पर बिठाया|

रोहन ने गौर से साक्षी के चेहरे की तरफ देखा तो उसका दिल बैठ गया साक्षी सचमुच बहुत कमजोर थी रोहन ने साक्षी से उसकी इस हालात के बारे में पूछा तो पहले तो कुछ नहीं बोली लेकिन रोहन ने प्यार से उसके सिर पर हाथ फेरा तो वह रोने लगी.

रोहन कुछ समझ नहीं पा रहा था साक्षी ने अपने आंसू पहुंचे और बोली बाबू मेरी यह हालत उसी दिन से है जिस दिन आप और आपके दोस्त मुझे होटल में मिले थे.

रोहन ने उसकी तरफ सवालिया नजरों से देखा तो वह फिर बोली बाबू में कोई धंधे वाली नहीं हूं मैं उसे गंदे नाले के पास वाली कच्ची झोपड़पट्टी में रहती हूं उसे दिन पुलिस मेरे भाई को पकड़ कर ले गई थी क्योंकि वह गली में चरस गांजा बेच रहा था उसे जमानत पर छुड़ाना था और मेरे मां-बाप के पास पैसा नहीं था तो मुझे ही कुछ करना था|

मैंने अपने पड़ोस में सबसे पैसा मांगा लेकिन किसी ने नहीं दिया थक हार कर में बैठ गई तो मेरी एक मौसी बोली कि इस बेरहम जहां करने में कोई मुफ्त में पैसा नहीं देता.

मौसी की यह बात मेरी समझ में आई और मैं आप और आपके दोस्त तक पहुंच गई.

साक्षी चुप हुई तो रोहन ने अपने चेहरे के दर्द को छुपाते हुए पूछा तुम्हारी यह हालात कैसे हुई?

साक्षी ने कहा बाबू यह जानकर आप क्या करोगे? यह तो मेरी किस्मत है.

रोहन ने फिर जोड़ दिया तो साक्षी बोली बाबू उसे दिन आपके दिए गए पैसे से मैं अपने भाई को हवालात से छोड़ा लाई तो भाई ने पूछा कि पैसे कहां से आए मैं झूठ बोल दिया कि किसी से उधार लिए हैं|

थोड़ी देर चुप रहने के बाद वह फिर बोली बाबू सब ने पैसा देखा लेकिन मैंने जो जिस्म बेचकर एक जान को अपने शरीर में आने दिया तो उसे सब नाजायज कहने लगे और जिस भाई को मैंने बचाया था वह मुझे धंधे वाली कहने लगा और मुझे मरने लगा वह मुझे रोज ही मारता है|”

यह सुनकर रोहन के कलेजे का खून सूख गया इस सबके लिए वह खुद को भी कोसूरवार मानने लगा उसकी आंखों में भी आंसू छलक आए थे|

साक्षी ने यह देखा तो वह बोली बाबू इसमें आपका कोई कसर नहीं है अगर मैं उसे रात आपको जिसमें नहीं भेजती तो किसी और को भेजती लेकिन बाबू उसे दिन के बाद से मैंने अपना जिस किसी को नहीं भेजा यह कहते हुए वह चुप हुई और कुछ सोच कर बोली बाबू उसे रात आपके अच्छे बर्ताव को देखकर मैंने फैसला किया था कि मैं आपकी इस प्यार की निशानी को दुनिया में लाऊंगी और उसी के सहारे जिंदगी गुजार दूंगी क्योंकि हम जैसी गरीब लड़कियों को कहां कोई प्यार करने वाला जीवन साथी मिलता है.”

इतना कहकर साक्षी का गला भर आया वह आगे बोली बाबू यह आपकी निशानी है और मैं इस दुनिया में लाऊंगी चाहे इसके लिए मुझे मरना ही क्यों ना पड़े इतना कह कर मैं तेजी से उठी और अपने घर की तरफ चल दी.

यह सुनकर रोहन जैसे जम गया था वह कह कर भी कुछ नहीं कहा पाया उसने फैसला किया कि कल वह साक्षी के घर जाकर उससे शादी की बात करेगा.

वह रात रोहन को लंबी लग रही थी सुबह रोहन जल्दी उठा और बाद आवास सा साक्षी के घर की तरफ चल दिया वह उसके मोहल्ले के पास पहुंचा तो एक जगह बहुत भीड़ जमा थी वह किसी अनहोनी के दर को दिल में लिए भीड़ को चढ़कर पहुंचा तो उसने जो देखा तो जैसे उसका दिल बाहर निकालने की कोशिश कर रहा हो.

साक्षी जमीन पर पड़ी थी उसकी आंखें खुली थी और चेहरे पर वही मासूम मुस्कराहट थी.

रोहन ने जल्दी से पूछा कि क्या हुआ है तो किसी ने बताया कि साक्षी के भाई ने उसे चाकू से मार दिया है क्योंकि सब साक्षी के पेट में पल रहे बच्चे की वजह से उसे बेइज्जत करते थे|

रोहन पीछे हटने लगा अब उसे लगने लगा था कि वह गिर जाएगा तभी पुलिस का सायरन बजे ने लगा तो भीड़ छटने लगी.

रोहन पीछे हटते हुए साक्षी को देख रहा था उसका एक हाथ अपने पेट पर था और शायद वह अपने प्यार को मारते हुए भी बचाना चाहती थी उसके चेहरे पर मुस्कुराहट ऐसी थी जैसे उन खुली आंखों से रोहन को कहना चाहती थी बाबू,’ यह तुम्हारे प्यार की निशानी है पर इसमें तुम्हारा कोई कसर नहीं है.

रोहन पीछे मुड़ा और अपने घर पहुंच कर रोने लगा वह अपने आप को माफ नहीं कर पा रहा था क्योंकि अगर वह कल ही उसे शादी की बात कर लेता तो शायद साक्षी जिंदा होती|

बारिश होने लगी थी बदल जोर से गरज रहे थे वह भी साक्षी की प्यार के लिए रो रहे थे.

कोर्ट मैरिज क्या होती है
Instagram Attitude Shayari

निर्मल और राजेश की प्रेम कहानी

निर्मला जो की 25 वर्ष की हो चुकी है वह हमेशा शाम को पार्क में घूमने जाती थी पर वह जब भी वहां जाती थी तो उसका सामना राजेश से हो जाता था| राजेश जो की अंदर ही अंदर निर्मल को पसंद करता था लेकिन कभी कह नहीं पाया था ऐसे ही दिन बेचते चले गए और वह दोनों पार्क में एक दूसरे से कुछ पलों के लिए मिल पाए थे| लेकिन एक दिन जब राजेश पार्क में आता है तो वहां निर्मल को नहीं पता और ऐसे हफ्तों बीत जाते हैं और निर्मल पार्क में नहीं आती है ऐसे में राजेश का मन विचलित हो जाता है.

वह उसके प्रेम में परेशान हो जाता है और उसे ढूंढते हुए उसके घर तक पहुंच जाता है जहां उसे पता चला कि निर्मल बीमार है| वह उसके पास जाकर देखा है तो निर्मल की देखभाल करने वाला कोई नहीं रहता वे अकेले ही रहती थी तभी राजेश निर्मल से अपने प्रेम का इजहार करता है और बोलता है निर्मल क्या तुम मुझसे शादी करोगी|

मैं तुम्हारा हमेशा ख्याल रखूंगा और कभी तुम्हें बीमार नहीं होने दूंगा निर्मला की आंखों में आंसू आ जाते हैं और वह शादी के लिए तैयार हो जाती है और राजेश से गले लगा कर रोने लगती है|..

एक लड़के की विचित्र लव स्टोरी

एक अमीर लड़का था उसे गरीब किसान की लड़की से प्यार हो गया लड़की सुंदर होने के साथ-साथ काफी समझदार थी एक दिन जब लड़के ने उसे लड़की को बताया कि वह उससे प्यार करता है और उससे शादी करना चाहता है तो लड़की ने कुछ सोचने के बाद उसे लड़के को शादी करने से इनकार कर दिया क्योंकि वह गरीब परिवार से रिश्ता रखती थी|

लेकिन कुछ समय बाद जब यह बात उसे लड़के को पता चली तो उसने लड़की के माता-पिता से काफी समझाने के बाद वह लड़की मान गई और दोनों की शादी हो गई शादी के बाद लड़का उसे बहुत प्यार करता था दोनों का दांपत्य जीवन काफी अच्छा चल रहा था|

लेकिन कुछ महीनो बाद लड़की को चर्म रोग हो गया जिसके कारण उसकी खूबसूरती ढलने लगी अब लड़की को यह डर भी सताने लगा कि उसकी खूबसूरती ढलने के कारण कहीं उसका पति उसे छोड़ ना दे लड़की उसे चर्म रोग को ठीक करने का हर संभव प्रयास कर रही थी|

समय बीत रहा था और लड़की की खूबसूरती धीरे-धीरे ढल रही थी| एक दिन वह लड़का एक काम से दूसरे शहर गया लड़का जब वहां से वापस आ रहा था तो उसका रास्ते में एक कर के साथ एक्सीडेंट हो गया उसे दुर्घटना के दौरान लड़के की आंखों की रोशनी चली गई|

इस दुर्घटना के कुछ समय के बाद उनका जीवन फिर से सामान्य और सुखी बेचने लगा वह लड़की चर्म रोग की वजह से दिन प्रतिदिन कमजोर और बदसूरत हो गई लेकिन पति अंधा होने के कारण उनका दांपत्य जीवन ठीक चलता रहा और दिखाई ना देने के कारण वह लड़का उससे पहले की तरह प्यार करता रहा|

कुछ वर्षों बाद बीमारी के कारण उसे लड़की की मृत्यु हो गई पत्नी की मृत्यु होने के बाद में लड़का अंदर से दुखी हो गया|

और वह शहर छोड़कर जाने वाला था तभी उसके पड़ोसी ने उसे सांत्वना देते हुए कहा- अब आप तो अपनी पत्नी के बिना अकेले पड़ जाएंगे वह आपका काफी ख्याल रखती थी ”अब आपका जीवन अंधकार में कैसे व्यतीत होगा.”

तब उसे लड़के ने अपने पड़ोसी की ओर देखा और गहरी सांस लेते हुए कहा मैं कभी अंधा था ही नहीं लेकिन मैं यह सोचकर अंधे होने का नाटक करता रहा कि कहीं मेरी पत्नी को उसकी बीमारी और बदसूरती के कारण यह ना लगे कि मैं उससे प्यार नहीं करता| इसलिए मैं इतने सालों तक बिना कुछ कहे हुए अपनी पत्नी की खुशी के लिए अंधा बना रहा यह बात सुनकर पड़ोसी की आंखों से आंसू छलक आए और वह लड़का वहां से उठकर चला गया|

पति और पत्नी की प्रेम कहानी

Short Love Stories In Hindi

एक बार एक पति पत्नी जो दोनों आपस में बहुत प्रेम करते थे बहुत हंसी खुशी परिवार के साथ रहते हैं लेकिन पति का ट्रांसफर दूसरे शहर हो जाता है और उसे वहां पर रहकर ही काम करना पड़ता है ऐसे में पत्नी काफी मायूस हो जाती है और वह पति से कहती है कि आप चले जाएंगे तो मैं यहां पर अकेले कैसे रह पाऊंगी| पति उसे समझाना है कि यहां पर सभी लोग हैं तुम उनके साथ आसानी से रह लोगी लेकिन पत्नी रहती है कि मुझे आपके साथ ही रहना है लेकिन फिर भी बात नहीं बन पाती और वह मायूस होकर सो जाती है|

जब सुबह पति के जाने का टाइम होता है तो पत्नी दिखती है कि उसका बैग भी तैयार होकर रखा हुआ है| वह पति से कहती है कि मेरा बैग यहां पर किसने रखा तभी पति अपनी पत्नी के हाथ में साथ चलने का टिकट थमता है और कहता है कि आज से तुम भी मेरे साथ मेरे काम पर रहोगी मैं तुम्हें अकेला नहीं छोड़ सकता क्योंकि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं और दोनों हंसी खुशी चले जाते हैं|

FAQ’s Short Love Stories In Hindi

सच्चे प्यार का मतलब हम क्या समझते हैं?

हां सच्ची प्यार का मतलब हम समझते हैं कि जो इंसान उसके प्यार को हमेशा खुश रखे उसे हर खुशी दे जो उसे चाहिए उसका हर सपना पूरा करें जो वह देखी है उसे हमेशा वक्त दे और ढेर सारे प्यार दे जो उसने कभी सोचा भी ना हो उसे पूरी जिंदगी अपनी बाहों में संभाल कर रखें|

प्यार कितने प्रकार के होते हैं?

साधारण भाषा में कहे तो प्यार दो प्रकार का होता है|
सच्चा प्यार|
झूठा प्यार|

रोमांटिक कहानी क्या है?

प्यार और रिश्तो से जुड़ी कहानी दिलचस्प कहानी है जो आपके दिल को छू लेगी और जिससे आपको प्यार का नया मतलब जानने को मिलेगा जिस रिश्ते से आपको प्यार का मतलब जानने को मिलता है वही रोमांटिक कहानी होती है|

भारत की सबसे बड़ी प्रेम कहानी कौन सी है?

शाहजहां और मुमताज की|

Follow us on

Leave a Comment