JRF Kya Hota Hai : वर्तमान समय में सभी लोग पढ़ते हैं और यही कारण है कि देश में अभ्यर्थियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है और उतनी ही अधिक संख्या में अभ्यर्थी सरकारी नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते हैं तो कुछ शिक्षक बनने का सपना भी रखते हैं| इसलिए आज हम आपको एक ऐसे विषय के बारे में बताएंगे जिसको करके आप सहायक प्रोफेसर के तौर पर भी नौकरी कर सकते हैं यानी आज हम आपको NET JRF के बारे में बताइए यदि आप जानना चाहते हैं कि JRF Kya Hota Hai तो हमारे आर्टिकल को ध्यानपूर्वक पढ़ें क्योंकि इस आर्टिकल में जेआरएफ से संबंधित सभी जानकारियां विस्तार पूर्वक प्रदान की गई है|
JRF Kya Hota Hai
जेआरएफ (JRF) का पूरा नाम “जूनियर रिसर्च फेलोशिप” होता है। यह एक प्रकार की छात्रवृत्ति होती है जो भारतीय सरकार द्वारा विभिन्न शोध संस्थानों और विश्वविद्यालयों में उन छात्रों को प्रदान की जाती है जो उच्चतर शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं।
JRF छात्रवृत्ति का मुख्य उद्देश्य शोध के क्षेत्र में उच्चतर शिक्षा के छात्रों को विभिन्न शोध प्रोजेक्ट्स में शामिल होने और अपने अनुसंधान कौशल को विकसित करने का अवसर प्रदान करना होता है। इसके तहत छात्र किसी विशिष्ट शोध क्षेत्र में काम करते हुए अपनी शिक्षा जारी रख सकते हैं और उन्हें विभिन्न अनुसंधान प्रक्रियाओं का अध्ययन करने का मौका मिलता है।
JRF के लिए आवेदन करने के लिए आमतौर पर एक प्रक्रिया और परीक्षा होती है, जिसमें छात्रों को उनकी शिक्षा और शोध कौशल के आधार पर चयन किया जाता है। चयनित छात्रों को एक निर्धारित समय अवधि तक छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है जिसमें उन्हें शोध कार्य में लगाने का अवसर मिलता है।
इस प्रकार, जेआरएफ (JRF) छात्रों को उनकी शोधकौशल और अनुसंधान में रूचि को विकसित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम प्रदान करती है।
JRF Full Form
J – Junior
R – Research
F – Fellowship
जेआरएफ के लिए योग्यता (JRF Qualification)
नीचे दिए गए हैं NET JRF के लिए योग्यता मापदंड:
- आपके पास स्नातक डिग्री होनी चाहिए, जिसे किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से प्राप्त किया गया हो। आपकी डिग्री उसी विषय में होनी चाहिए जिसमें आप NET JRF की परीक्षा देना चाहते हैं।
- NET JRF के माध्यम से आपको शोध या प्रशिक्षण क्षेत्र में उन्नति करने का अवसर मिलता है, इसलिए आपकी इन क्षेत्रों में रुचि होनी चाहिए।
- आपको स्नातक की डिग्री को नेट या अन्य स्थानीय प्राधिकृत पात्रता परीक्षा से प्रमाणित करना होगा।
- आपकी उम्र NET JRF के लिए आवेदन करते समय 30 वर्ष से कम होनी चाहिए। उम्र में सुविधाएँ आरक्षित वर्गों (SC/ST/OBC/PWD) के आवेदकों के लिए प्रदान की जाती है।
- NET JRF के लिए आपको यौनिकता प्राप्त करनी होगी, जिसमें आपको अपने चयनित विषय में पास होना होगा।
- प्राप्तांकों के आधार पर ही आपका चयन होगा। NET JRF परीक्षा में आपको पास होना आवश्यक है, और आपके प्राप्तांकों की भरपूरता पर आधारित रैंकिंग की जाती है।
JRF के फायदे
- इस परीक्षा को क्लियर करने के बाद आप आसानी से PhD में एडमिशन ले सकते हैं क्योंकि इसके बाद PhD के लिए किसी और परीक्षा की जरूरत नहीं होती।
- किसी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में काम करने के लिए यह परीक्षा बहुत लाभदायक साबित होती है।
- इस परीक्षा को क्लियर कर देने के बाद अगर आप किसी जॉब के लिए आवेदन करते हैं तो आपके सेलेक्ट होने के चांस बढ़ जाते हैं।
- JRF क्लियर करने के बाद आप अपनी खुद की लबोरटरी भी खोल सकते हैं।
- अगर JRF में अभ्यर्थी को चयनित कर लिया जाता है तो शोध के लिए UGC द्वारा स्कॉलरशिप भी दी जाती है।
जेआरएफ की परीक्षा कब आयोजित की जाती है
वर्ष में दो बार मई तथा दिसंबर में इस परीक्षा का आयोजन कराया जाता है साल 2018 से पहले इस परीक्षा का आयोजन CBSE के हाथ में था परंतु वर्तमान समय में NTA इस परीक्षा का आयोजन करता है प्रत्येक वर्ष में 12 से 15 लाख लोग बैठते हैं परंतु इसकी सफलता का प्रतिशत सिर्फ 6% ही होता है। शायद यही कारण है कि इस परीक्षा को भारत के सबसे कठिन परीक्षाओं में गिना जाता है।
Net Jrf का परीक्षा पैटर्न क्या है
- नेट जेआरएफ की परीक्षा बहुत ही अधिक कठिन मानी जाती है इसके लिए अभ्यर्थी को बहुत प्रयास करने होते हैं और उसे एक बेहतर तैयारी करनी होती है| नीचे हम आपको नेट जेआरएफ की परीक्षा पैटर्न क्या है के बारे में बताने वाले हैं
- परीक्षार्थी को Computer Based Test में दो प्रकार के देने होते हैं|
- पहला टेस्ट 50 सवाल तथा दूसरा 100 सवाल का होता है यदि देखा जाए तो NET JRF की परीक्षा 150 सवाल की आयोजित कराई जाती है|
- प्रत्येक प्रश्न के लिए दो नंबर निर्धारित किए जाते हैं और इसमें Minus Marking का भी प्रावधान होता है ऐसे में 300 अंकों को जेआरएफ पेपर होता है|
- आंखों की जो प्रथम परीक्षा होती है उसमें जनरल नेचर के साथ-साथ शोध तथा उनकी तैयारी के बारे में पूछा जाता है|
- दूसरी परीक्षा जो 200 अंकों की होती है वह विद्यार्थी द्वारा चुने गए विषय की होती है जिसमें उसकी तैयारी को परखा जाता है|
JRF में फॉर्म भरने की प्रक्रिया
यदि आप जेआरएस में फॉर्म भरना चाहते हैं तो आपको हमारे द्वारा बताए गए स्टेप्स को फॉलो करना होगा| यह सभी स्टेप्स फॉलो करके आप आसानी से फॉर्म भरने की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं|
- सबसे पहले आपको अपने स्मार्टफोन लैपटॉप कंप्यूटर आदि पर यूजीसी नेट जेआरएफ की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|
- वेबसाइट पर जाकर जेआरएफ परीक्षा के लिए आवेदन पत्र डाउनलोड करना होगा।
- अब इस पत्र में आपको नाम, पता, हाईस्कूल, इंटर, ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन तथा इससे संबंधित सभी प्रकार की जानकारियां मांगी जाएगी उनको ध्यान पूर्वक भरें|
- सभी जानकारियां ध्यान पूर्वक भरने के बाद आपको सबमिट बटन दिखाई देगा उस पर क्लिक करें|
- सबमिट बटन पर क्लिक करने के बाद आपको एक एप्लीकेशन नंबर प्राप्त होगा जिसको आप कहीं Save करके रखें|
- अब अगले चरण में आपसे आपकी फोटो तथा हस्ताक्षर स्कैन करके मांगी जाएगी जिससे आप स्कैन करके उपलब्ध करें|
- इसके बाद आपको न्यू पेज पर जाना होगा जहां पर फीस देनी होगी जो कि SBI-Mops के द्वारा भरनी होती है|
- यदि ऑनलाइन आवेदन की फीस की बात करें तो जनरल कैटेगरी के लिए ₹1000,OBC,Pwd के लिए ₹500 तथा ST/SC के लिए ढाई ₹250 निर्धारित की गई है|
JRF का एग्जाम रिजल्ट चेक करने की प्रक्रिया
- जेआरएफ का एग्जाम रिजल्ट चेक करने के लिए सबसे पहले आपको अपने फोन में यूजीसी नेट की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|
- इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल कर आएगा|
- इस होम पेज में आपको ‘List of Candidates Qualified for Award of NFSC/ MANF/ MANF पर क्लिक करना होगा|
- इसके बाद आपको चयनित अभ्यर्थियों की सूची में जाना होगा|
- वहां से आप उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की सूची को पीडीएफ के द्वारा डाउनलोड कर सकते हैं|
- इसके अलावा आपको बता दें कि नेट जेआरएफ अभ्यर्थियों की सूची पीडीएफ के माध्यम से निकालता है तो इस लिस्ट में आप अपने नाम को ढूंढ कर देख सकते हैं|
FAQ’s
3 वर्ष जूनियर रिसर्च फेलोशिप और 2 वर्ष सीनियर रिसर्च फेलोशिप के तौर पर दी जाती है यह 5 वर्षा का होता है|
यह फेलोशिप युवा शोधकर्ताओं को समर्थन के लिए यूजीसी द्वारा दी जाने वाली फेलोशिप है |
जेआरएफ करने के बाद आप किसी भी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में नौकरी कर सकते हैं|