URL Kya Hai: आज के इस डिजिटल युग में अपने URL का नाम जरुर सुना होगा यह सुनकर आपके मन में यह प्रश्न जरूर आया होगा कि यूआरएल क्या है, URL Full Form क्या है| यदि आपके मन में इस विषय से संबंधित सवाल है और आप इस बारे में सभी जानकारियां प्राप्त करना चाहते हैं तो आप आज के हमारे आर्टिकल से URL Kya Hai के बारे में सभी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि इस आर्टिकल के अंतर्गत सभी जानकारियां सरल भाषा में प्रदान की गई है|
URL Kya Hai
यूआरएल एक Formatted Taxing String है जिसे Web Browser, email clients या किसी अन्य Software में किसी Network Resource को ढूंढने के लिए इस्तेमाल किया जाता है| Network Resource कोई भी फाइल हो सकती है जैसे की Web Pages, Text Documents, Graphics या Programs|
Resource URL द्वारा Represent किए जाते हैं और यूआरएल भी इन सभी को Web Server द्वारा Handle किया जाता है| ऐसे में यह उस web server के मालिक के ऊपर निर्भर करता है कि वह कैसे इन रिसोर्स और उससे जुड़े URL को संभाले|
URL Full Form
URL का फुल फॉर्म Uniform Resource Locator है|
यूआरएल का इतिहास
Uniform Resource Locator के बारे में सबसे पहले Tim Berners Lee ने ही इस टेक्नोलॉजी को दुनिया के सामने लाया जिन्होंने सबसे पहली बार यह idea सबके सामने लाएं कि ऐसा ऑर्गेनाइजेशन जो सभी web page को Unique Location Address प्रदान करता है|
जिससे उन्हें आसानी से ऑनलाइन में खोजा जा सके|HTML को बनाने के बाद Standard Language को इस्तेमाल करके वर्ल्ड वाइड वेब में बहुत सारे पेज बनाए गए और उसके साथ हाइपरलिंक उसके बाद उन दोनों को आपस में जोड़ दिया गया जिससे इंटरनेट दिन प्रतिदिन और भी बड़ा होता गया|
URL Kaise Kaam Krta Hai
इंटरनेट पर हम जितनी भी वेबसाइटों को देखते हैं उन सभी का एक आईपी एड्रेस होता है यह आईपी एड्रेस ही उसे वेबसाइट का पता होता है जिससे हम उस वेबसाइट तक पहुंच पाते हैं या उसे अपने ब्राउज़र में देख पाते हैं|
लेकिन आईपी एड्रेस एक ही न्यूमेरिकल वैल्यू होती है इसलिए इसे याद रखना बहुत कठिन होता है इसलिए इन ip Address को DNS (Domain Name System) की मदद से एक डोमेन नेम में बदल दिया जाता है और इसको याद रखना भी आसान होता है|
जब हम किसी वेबसाइट को देखने के लिए अपने ब्राउज़र में उसके डोमेन नाम को सर्च करते हैं तो हमारा ब्राउज़र DNS Server को रिक्वेस्ट भेजता है| जहां उसे डोमेन नाम को उसके आईपी एड्रेस में बदल दिया जाता है और हम वेब सर्वर से उसे वेबसाइट को हमारे ब्राउज़र में देख पाते हैं|
यूआरएल के प्रकार (Types of URL)
यूआरएल के दो प्रकार होते हैं|
- Absolute URL
- Relative URL
Absolute URL
Absolute URL वह यूआरएल होता है जिसमें डोमेन का नाम और डायरेक्टरी Path दोनों शामिल होते हैं| इसमें पूरा वेब एड्रेस शामिल होता है|
उदाहरण के तौर पर – https://www.google.com एक absolute url है|
Relative URL
Relative URL वह यूआरएल होता है जिसमें केवल डायरेक्टरी Path ही शामिल होता है इसमें डोमेन का नाम शामिल नहीं होता है|
उदाहरण के तौर पर – “/xyz.html” एक रिलेटिव यूआरएल है|
यूआरएल के कितने भाग होते हैं- (Parts of URL)
किसी भी यूआरएल के तीन भाग होते हैं|
- Protocol destination
- Host name or address
- File or resource location
इन सभी की Substrings को अलग करने के लिए स्पेशल कैरक्टर्स का इस्तेमाल होता है जिसका फॉर्मेट कुछ इस प्रकार है|
protocol :// host / location
URL Protocol Substrings
इस प्रकार के Protocol Network Protocol को डिफाइन करते हैं जिससे कि किसी नेटवर्क रिसोर्स को आसानी से एक्सेस किया जा सके| यह स्ट्रिंग्स अक्सर छोटे नाम के होते हैं जिसके बाद तीन स्पेशल character होते हैं ://’ यह एक typical name conversion है जो की Protocol Defination को Denote करता है|
Typical Protocol जिसका इस्तेमाल होता है वह है जैसे HTTP (http://), FTP (ftp://) आदि|
URL Host Substrings
Host Substrings की मदद से किसी डेस्टिनेशन कंप्यूटर या नेटवर्क डिवाइस को आईडेंटिफाई किया जा सकता है|Hosts standard Internet Database से ही आते हैं जैसे कि DNS और जिसे हम IP Adress के नाम से जानते हैं कई वेबसाइट के होस्ट नेम केवल एक सिंगल कंप्यूटर को नहीं दर्शाता बल्कि यह वेब सर्वर के समूह को दर्शाता है|
URL Location Substrings
Location Substrings किसी एक स्पेशल नेटवर्क के रास्ते को दर्शाता है जो कि उस होस्ट में मौजूद होती है| Resource मुख्यतः किसी Host Directry या Folder में रहती है|
URL Kya Hai- FAQ’s
URL का पूरा नाम Uniform Resource Locator होता है इसका इस्तेमाल किसी वेबसाइट या वेब पेज में मौजूद जानकारी को एक्सेस करने के लिए किया जाता है|
आमतौर से एक URL बड़ा फॉर्म में एक यूआरएल शुरू होता है ”http://” या ”https://” से इसके बाद ”www”. और फिर वेबसाइट का नाम इस्तेमाल किया जाता है|
URL दो प्रकार के होते हैं|
यूआरएल की शुरुआत को योजना कहते हैं|