SIP Kya Hai – क्या आप सिप (SIP) के बारे में जानते हैं यदि आपको सिप से संबंधित जानकारियों का ज्ञान नहीं है तो आप आज की हमारी पोस्ट के माध्यम से सिप से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि आज की इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि SIP Kya Hai, इसका क्या काम होता है, SIP Full Form, इसके फायदे और नुकसान, SIP में आपको कितना Return मिलता है तथा सिप खाता कैसे खुलवाया जाता है आदि यह सभी विस्तार पूर्वक जानकारियां आज की पोस्ट से आप प्राप्त कर सकते हैं यह सभी जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको केवल हमारी पोस्ट को अंत तक ध्यान पूर्वक पढ़ना होगा|
SIP क्या है – SIP Kya Hai
यदि आप Investment Journey शुरू करना चाहते हैं तो यह शुरू करने के लिए Mutual Fund सबसे अच्छे निवेश विकल्पों में से एक है इसमें आप या तो एकमुश्त निवेश कर सकते हैं या फिर सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट को भी चुन सकते हैं| ऐसा जरूरी नहीं होता है कि बड़ी राशि कमाने के लिए हमें हमेशा बड़ा निवेश ही करना पड़े क्योंकि ऐसा करने से कई बार व्यक्ति की आर्थिक स्थिति पर अनावश्यक बोझ पड़ जाता है| सिप में आप नियमित अंतराल में एक निश्चित राशि निवेश कर सकते हैं|
SIP Full Form
S – Systematic
I – Investment
P – Plan
एसआईपी के लाभ
छोटा निवेश
इसमें निश्चित अंतराल पर नियमित रूप से एक निश्चित राशि का निवेश करना होता है| इसलिए अपने दिनचर्या और खर्चों से निवेश के लिए राशि निकालना बहुत आसान होता है इस SIP में आप 500 रुपए से भी निवेश करना शुरू कर सकते हैं जिससे लंबे समय में आपको अच्छा मुनाफा प्रदान हो सकता है|
निवेश करने में आसानी
SIP में निवेश करना बहुत आसान काम होता है इसके लिए आपको ज्यादा चिंता करने की आवश्यकता नहीं होती है इसमें आपको केवल एक बार अपना प्लान चुन लेने के बाद निश्चित तारीख को म्यूच्यूअल फंड आपके खाते में राशि निकालकर आप के चुने हुए लार में जमा कर देता है|
रिस्क में कमी
एसआईपी का सबसे बड़ा और सबसे अच्छा फायदा यह है कि इसमें रिस्क नहीं होता है यानी जोखिम की संभावना बहुत कम होती है| मान लीजिए आपके पास 50 हजार रुपए शेयर बाजार में निवेश करने के लिए है आपने उन रुपयों को एक साथ Share में लगा दिया लेकिन आप यह नहीं जानते कि अगले दिन बाजार ऊपर जाएगा यह नीचे आएगा| इसीलिए यदि यह निवेश कम अंतराल बांट दिया जाए तो इसमें रिस्क कम होता है| इन 50 हजार को हम 5 हजार की 10 किस्तों के अंतराल में जमा करके शेयर बाजार से फायदा उठा सकते हैं तथा नुकसान से बच सकते हैं|
Compounding का लाभ
Compounding का अर्थ होता है ब्याज पर भी ब्याज मिलना होता है जब भी आप एसआईपी में निवेश करते हैं और उस निवेश की हुई राशि से आपको जो Return मिलता है उसको वापस निवेश कर दिया जाता है जिससे निवेशक का लाभ बढ़ जाता है और उसके होने वाले मुनाफे में वृद्धि होती है|
एसआईपी से पैसे निकालने की सुविधा
अधिकतर SIP Scheme में कोई भी Lock in Period नहीं होता है क्योंकि इस लॉक इन पीरियड का मतलब होता है कि समय पूरा हुए बिना आप स्कीम से पैसे नहीं निकाल सकते हैं| लेकिन एसआईपी की अधिकतर स्कीमों में लॉक इन पीरियड नहीं होता है निवेशक अपनी आवश्यकता के अनुसार एसआईपी में निवेश को जारी रखने या बंद करने का निर्णय ले सकता है| इससे निवेशक को केवल Return ही प्राप्त नहीं होता है बल्कि रिटर्न के अलावा अपनी सुविधा के अनुसार Advance Liquidity भी प्राप्त होती है|
एसआईपी के नुकसान
- गिरते बाजार में एसआईपी से इन्वेस्टमेंट बंद करने का फैसला नुकसानदाई होता है|
- गिरते बाजार से बचकर भागना निवेशकों की सबसे बड़ी गलती होती है इससे उनको भारी नुकसान उठाना पड़ता है|
- जानकारी के अभाव में निवेशक बाजार से निकल जाते हैं नुकसानदायक होता है|
SIP में कितना Return मिलता है
फंड का नाम | 1 वर्ष का रिटर्न | 3 वर्ष का रिटर्न |
DSP Tax Saver | 16.56% | 15.25% |
फ्रैंकलीन इंडिया इक्विटी फंड | 6.77% | 10.09% |
एक्सिस लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड | 15.27% | 19.21% |
ICICI प्रूडेंशियल वैल्यू डिस्कवरी फंड | 2.34% | 19.21% |
सिप खाता कैसे खोलें (SIP Kya Hai)
- एसआईपी में खाता खोलने के लिए सबसे पहले आपको ऑनलाइन फॉर्म में अपनी निजी जानकारियां देनी होगी
- अपनी निजी जानकारियों में आपको अपना नाम जन्मतिथि मोबाइल नंबर एड्रेस आदि भरने होंगे|
- इसके बाद आपको अपने पैन कार्ड और एड्रेस प्रूफ के तौर पर किसी भी Document को Upload करना होगा|
- यदि आपके पास आधार है तो आप अपना आधार नंबर दर्ज करें उसके बाद और OTP के जरिए उसका ऑथेंटिकेशन कराएं|
- इसके बाद आपको फंड हाउस की वेबसाइट पर जाना होगा और नया अकाउंट बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन लिंक सर्च करना होगा|
- अब आप Login Button पर क्लिक करें|
- क्लिक करने के बाद आपके सामने नया लिंक ओपन होगा|
- और अब आप Online Account अकाउंट बना सकेंगे|
- अब आपको अपनी Bank Detail देनी होगी और उसके बाद एक OTP के जरिए Account का Verification करना होगा|
- यदि आप एक बार Account बना लेते हैं तो उसके बाद आप Login करें और Mutual Fund Scheme चुने|
- इसके बाद आपको SIP Date Select करनी होगी|
- और Request को Submit करना होगा|
- सबमिट करने के बाद आपका ऐसा ही शुरू हो जाएगा|
एसआईपी कैसे शुरू करें
एसआईपी (सामाजिक उद्यमी प्रतिष्ठान) शुरू करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करेंगे:
- विचार और नीति तैयार करें: एसआईपी को शुरू करने से पहले, आपको एक विचार और मिशन तैयार करना होगा। यह नीति आपके संगठन के उद्देश्य, मानक, लक्ष्य, विचारधारा और मूल्यों को निर्धारित करेगी।
- दस्तावेज़ तैयार करें: एक आधिकारिक संगठन के रूप में एसआईपी शुरू करने के लिए, आपको आवश्यक दस्तावेज़ (जैसे कि मेमोरेंडम ऑफ़ असोसिएशन, नियमावली आदि) को तैयार करना होगा। इन दस्तावेज़ों को स्थानीय नियमों और विधियों के अनुसार तैयार किया जाना चाहिए।
- पंजीकरण और निगमन: अपने एसआईपी को स्थानीय सरकारी निगम या पंजीकरण अधिकारी के साथ पंजीकृत करें। आपको आवश्यक फॉर्म और दस्तावेज़ प्रदान करने की आवश्यकता होगी, जिसमें संगठन की जानकारी, सदस्यों की सूची, प्रबंधकों की जानकारी, स्थायी पता, और अन्य जानकारी शामिल हो सकती है।
- नियमों का पालन करें: आपको स्थानीय कानूनों, कार्यक्रमों और नियमों का पालन करना होगा जो एसआईपी के लिए लागू होते हैं। यह शामिल हो सकता है उद्यमिता विकास योजनाओं, नियुक्ति प्रक्रिया, लेखा परीक्षण, अंतर्विद्यालयीन प्रोग्रामों, और अन्य कानूनी और नैतिक मानकों का पालन करना।
- संगठन का प्रबंधन करें: अपने एसआईपी के लिए एक प्रबंधन प्रणाली स्थापित करें, जिसमें सदस्यों का प्रबंधन, वित्त प्रबंधन, परियोजना नियोजन और प्रगति का मॉनिटरिंग शामिल हो सकता है। साथ ही, एक संगठनिक संरचना तैयार करें, जिसमें निर्देशक मंडल, उपाध्यक्ष, सदस्यों की सूची और अन्य पद हो सकते हैं।
यह सामाजिक उद्यमी प्रतिष्ठान (एसआईपी) शुरू करने के मुख्य चरण हैं। इसके अलावा, आपको स्थानीय कानूनों, विधियों और नियमों के अनुसार जाँच करना चाहिए और एसआईपी के लिए आवश्यक लाइसेंस और अनुमतियाँ प्राप्त करनी चाहिए। सरकारी निगम या संगठनों के लिए एक संबंधित अधिकारी से संपर्क करके आप इस विषय में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
FAQ‘s
एसआईपी एक निवेश योजना है जिसमें छोटी-छोटी राशि से निवेश किया जा सकता है|
यदि आपकी सैलरी महीने के शुरू में आती है तो आपको एसआईपी डेट महीने के शुरू में ही रखनी चाहिए|
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस (ULI) प्लान सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है?
एसआईपी में यह जोखिम होता है कि चुनी गई योजनाओं में दो पर खरी नहीं उतरती है और प्रदर्शन उम्मीद से बहुत कम हो सकता है|