Flowchart Kya Hai – आज के लेख में हम फ्लोचार्ट के बारे में बताने वाले हैं किसी भी प्रोग्राम को बनाने से पहले उस प्रोग्राम के लिए प्लान बनाना जरूरी होता है प्लान बनाते समय सबसे जरूरी रहता है कि हम डेवलपर को प्रोग्राम्स के सभी स्टेप्स को ठीक प्रकार से समझा सके| जिससे उसकी पूरी तरह से कन्फ्यूजन दूर हो सके और उसको अच्छे से मालूम हो कि उसे क्या बनाना है इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए प्रोग्राम इसको बनाने की प्लानिंग करते समय प्रोग्राम्स की एक Graphic Representation बना ली जाती है उस ग्राफिकल Representation को Flowchart कहा जाता है|
यदि आपको फ्लोचार्ट के बारे में जानकारी नहीं है और आप इस विषय से संबंधित जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही पेज पर आए हैं यहां पर आपको जानने को मिलेगा कि Flowchart Kya Hai, इसको कैसे बनाएं, फ्लोचार्ट में उपयोग होने वाले सिंबल, इसका उदाहरण फ्लो चार्ट के नियम तथा फायदे और नुकसान के बारे में भी हम आपको संपूर्ण जानकारियां प्रदान करेंगे इन जानकारियों को जानने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें|
Flowchart Kya Hai
Flowchart Kya Hai – जब भी कंप्यूटर में कोई प्रोग्राम बनाया जाता है तो उस प्रोग्राम को बनाने के लिए एल्गोरिथम्स की आवश्यकता होती है लेकिन इन Algorithm को सीधा ही प्रोग्राम में प्रयोग नहीं किया जाता है इन एल्गोरिथ्म को प्रोग्राम में प्रयोग करने से पहले इन्हें कंप्यूटर में ग्राफिकली रिप्रेजेंट किया जाता है Algorithm के इस Graphically को ही Flowchart कहा जाता है|
Algorithm को प्रोग्राम में प्रयोग करने से पहले Graphically इसलिए Representation किया जाता है जिससे जब प्रोग्राम में Developer को एल्गोरिथ्म प्रयोग करने की आवश्यकता पड़े तो वह कंफ्यूज ना हो और उसे अच्छे से पता हो कि उसको अब क्या करना है इससे प्रोग्राम बनाने में आसानी रहती है और कार्य जल्दी और बिना किसी एरर के पूरा होता है|
यह एक चार्ट की तरह ही होता है जिसमें प्रोग्राम के सभी स्केप्स को सिमिट्रिकली रिप्रेजेंट किया जाता है यानी पहले स्टेट के बाद दूसरे स्टेट क्या होगा और उसके बाद कौन सा स्टेप होगा सभी स्टेप्स को फ्लोचार्ट में पहले से ही बना लिया जाता है और उसके बाद फ्लो चार्ट के अनुसार आगे के कार्य किए जाते हैं|
फ्लो चार्ट कैसे बनाएं
यदि आप फ्लो चार्ट बनाना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि आप अपनी एक ही प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए अलग-अलग फ्लो चार्ट बना सकते हैं लेकिन फ्लोचार्ट बनाने के कुछ नियम होते हैं जिन को समझना बहुत जरूरी है क्योंकि इन नियमों के अनुसार ही फ्लो चार्ट बनाना होता है फ्लो चार्ट बनाने के लिए नीचे स्टेप बाय स्टेप जानकारी प्रदान की गई है|
- सबसे पहले आपको उस स्थिति या प्रॉब्लम को समझना होगा जिसके लिए आप फ्लो चार्ट बनाना चाहते हैं आपको उसके हर एक स्टेप को समझना होगा कि किस स्थिति में क्या हो सकता है|
- इसके बाद आपको फ्लो चार्ट को एक Starting Point देना होगा यानी जहां से आप अपने फ्लोचार्ट को आरंभ करना चाहते हैं|
- अब आपको फ्लोचार्ट के सभी स्टेप्स को दर्शाना होगा यह बहुत जरूरी है कि स्टेप्स को दर्शाते समय सही सिंबल का प्रयोग करना चाहिए|
- इसके बाद आप Arrow Symbol की मदद से फ्लोचार्ट के फ्लोर की दिशा को दर्शाए|
- अब आप Terminator की सहायता से Flowchart के एंडिंग पॉइंट को दर्जा दीजिए|
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फ्लो चार्ट बनाने के नियम
जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि फ्लो चार्ट बनाने के कुछ नियम है जिनके बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है अब हम आपको फ्लोचार्ट के नियम बताने वाले हैं|
- Flowchart में केवल एक Start और Stop Symbol हो सकता है|
- इसमें केवल पारंपरिक सिंबल का ही इस्तेमाल करना चाहिए|
- फ्लो चार्ट में नाम और Variable का प्रयोग किया जाना चाहिए|
- यदि फ्लोचार्ट बड़ा और कठिन है तो इसमें Connector Symbol का उपयोग करना चाहिए|
Flowchart में उपयोग होने वाले सिंबल
फ्लो चार्ट में उपयोग होने वाले सिंबल निम्न प्रकार है जिनके बारे में नीचे जानकारी प्रदान की गई है|
Start/Stop Symbol

इस सिंबल का इस्तेमाल एल्गोरिथ्म की शुरुआत और अंत में किया जाता है यह प्रत्येक फ्लोचार्ट का पहला और अंतिम संभव है इसका चित्र Oval (अंडाकार) होता है इसको टर्मिनल सिंबल के नाम से भी जाना जाता है|
Input/Output Symbol

इसमें सिंबल का इस्तेमाल इनपुट को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है और आउटपुट सिंबल का इस्तेमाल आउटपुट को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है| इसका चित्र पैरालाल ग्राम समांतर चतुर्भुज होता है|
Flow Line Symbol

यह सिंबल 0 जैसा होता है यह है हमें फ्लो चार्ट में प्रोग्राम की डायरेक्शन समझाने में सहायता करता है यह सिंबल्स यह दर्शाते हैं कि कौन से स्टेट के बाद कौन से स्टेप कार्य करेंगे|
Process Symbol

इसके इस्तेमाल गणितीय कार्य जैसे कि गुणा करना/जोड़ना घटाना आदि को दर्शाने के लिए किया जाता है इसका चित्र रैक्टेंगल आयात होता है|
Connector Symbol

इस सिंबल का प्रयोग फ्लोचार्ट के दो या दो से अधिक भागों को जोड़ने के लिए किया जाता है इसका चित्र सर्किल होता है|
Hexagon Symbol

इस सिंबल को Preparation Symbol भी कहा जाता है इसका इस्तेमाल For Loop, While Loop या दूसरे Loops को प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है इसका चित्र Hexagon (षट्भुज) होता है|
फ्लो चार्ट के प्रकार (Types Of Flowchart)
डिजाइन के आधार पर फ्लो चार्ट के चार मुख्य प्रकार है
- Process Flowchart
- Data Flowchart
- The Work Flowchart
- Business Process Modeling Diagram
फ्लो चार्ट के फायदे
- यह किसी भी प्रोग्राम के तर्क को समझने में सहायता करता है|
- फ्लो चार्ट Debugging करने में सहायता करता है|
- फ्लोचार्ट का उपयोग करके प्रोग्राम को आसानी से Analyze किया जा सकता है|
- यह Document को Maintain करने में सहायता करता है|
- Flowchart का उपयोग करके Document को Collect और स्टोर किया जा सकता है|
- यह High Level Language जैसे- JAVA CC++ आदि के कोड को लिखने में प्रोग्रामर की सहायता करता है|
- फ्लोचार्ट सॉफ्टवेयर की टेस्टिंग में सहायता करता है|
- Flowchart की मदद से Program को Maintain करना बहुत आसान होता है|
फ्लो चार्ट के नुकसान
- फ्लो चार्ट को बनाने में बहुत अधिक समय लगता है|
- बड़े प्रोग्राम का Flowchart बनाना बहुत कठिन होता है|
- फ्लो चार्ट में बदलाव करना मुश्किल होता है|
- इसका कोई Standard नहीं होता है|
- लो जाट को Reproduce करना बहुत मुश्किल है|
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Flowchart का उदाहरण
अब हम आपको एक ऐसा उदाहरण देते हैं जिसमें आप यह देखेंगे कि यदि एक खराब लैंप को रिप्लेस करने के लिए कोई फ्लोचार्ट बनाया जाए तो वह किस प्रकार का होगा तो अगर हम एक खराब लैंप को रिप्लेस करने के लिए कोई फ्लोचार्ट बनाए तो हम उसे कुछ इस प्रकार बना सकते हैं|

FAQs – Related Flowchart Kya Hai
यह प्रोग्राम का Graphically Representation है इसका इस्तेमाल डायग्राम के द्वारा प्रोग्राम को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है|