Benami Sampatti क्या है? बेनामी प्रॉपर्टी के सभी नियम और इसके बारे में क्या कानून है

Benami Sampatti: दोस्तों इस लेख में हम आपको एक ऐसे विषय के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे जिस विषय में अधिकतर लोगों को जानकारी नहीं होती है यानी हम आपको आज Benami Sampatti के बारे में बताने वाले हैं इस विषय में प्रत्येक व्यक्ति को सभी जानकारी होना जरूरी है| क्योंकि सरकार द्वारा बेनामी संपत्ति कानून लागू कर दिया गया है| जैसे की हम सभी लोग जानते हैं कि देश में बढ़ रहे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सरकार द्वारा कई बड़े फैसले और अहम कदम उठाए जा रहे हैं| जिनमें से एक बयानी संपत्ति को लेकर भी निर्णय लिया गया है| यदि आपको इस विषय में कोई जानकारी नहीं है तो आप हमारे आर्टिकल को अंत तक ध्यान पूर्वक जरूर पढ़ें और इस विषय में सभी जानकारियां प्राप्त करें|

जमीन का पट्टा क्या है पूरी जानकारी – Jamin Ka Patta Kaise Dekhe

Benami Sampatti Kya Hai

बेनामी संपत्ति का मतलब होता है – जो संपत्ति एक व्यक्ति द्वारा उसके नाम पर नहीं रखी जाती है, बल्कि उस संपत्ति के मालिक का नाम किसी और के नाम पर होता है। इसका उदाहरण हो सकता है, किसी व्यक्ति की ज़मीन या संपत्ति को उसके नाम पर नहीं, बल्कि उसके नामांतरण के लिए किसी और व्यक्ति के नाम पर रखा जाता है। ऐसे मामूले में, व्यक्ति असली मालिक होता है, लेकिन उसके नाम पर लिखी जाने वाली संपत्ति उसके नामांतरण के लिए दूसरे व्यक्ति का दायित्व होता है।

इस प्रकार के बेनामी संपत्ति के कई उदाहरण हो सकते हैं, जैसे कि भूमि, घर, दुकान, वाहन या बैंकी खाते आदि। यह तकनीक धोखाधड़ी और धन का प्रदर्शन करने के लिए कई मामलों में प्रयोग की जाती है।



आपको ध्यान देने वाली बात है कि बेनामी संपत्ति का उपयोग कानूनी नहीं होता और यह एक कानूनी अपराध हो सकता है। अधिकतर देशों में, ऐसे कानूनी उपायों के माध्यम से बेनामी संपत्ति को रोकने का प्रयास किया जाता है। इसलिए, कृपया संपत्ति या वित्तीय मुद्दों में दायित्वपूर्वक और नैतिक रूप से सही कार्रवाई करें और अपने क्षेत्रीय कानूनी नियमों का पालन करें।

1 एकड़ में कितना बीघा होता है जाने एकड़ से बीघा को कैसे बदले

बेनामी संपत्ति का विकास कैसे और क्यों हुआ

अमूमन कुछ लोग रिश्वत या अन्य तरीकों से काला धन जमा कर लेते हैं लेकिन उन्हें इस बात का डर सताता रहता है कि यदि वे लोग अपने नाम से कोई संपत्ति खरीदेंगे तो आयकर यानी इनकम टैक्स विभाग के लोग उनसे यह पूछताछ कर सकते हैं कि उनके पास इतना पैसा कहां से आया है| इसलिए ऐसे लोग चोरी करने के लिए बेनामी संपत्ति कर लेते हैं सभी बेनामी संपत्तियों में काला धन ही इस्तेमाल किया जाता है|

जमीन की रजिस्ट्री कैसे करवाएं ? जानिए कैसे कराये खेत, प्लाट या घर की रजिस्ट्री

बेनामी संपत्ति के तहत कौन सी प्रॉपर्टी शामिल है

सरकार द्वारा ऐसी बहुत सी प्रॉपर्टी को बेनामी संपत्ति के दायरे में रखा गया है जो इनकम टैक्स की चोरी करते हैं| इस बेनामी संपत्ति को भारतीय विधान में चयन हो बेनामी संपत्ति के दायरे में सम्मिलित किया गया है| यदि आप यह नहीं समझे हैं तो हम आपको बता दें कि जब कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार की कोई प्रॉपर्टी खरीदना है और अगर वह उससे टैक्स की चोरी करता है तो इस प्रोसेस को बेनामी संपत्ति कहा जाता है|

यदि आप सरकार से छिपकर किसी प्रकार की किसी प्रॉपर्टी को खरीदते हैं या फिर भेजते हैं और सरकार को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है| तो आप की प्रॉपर्टी को बेनामी संपत्ति के रूप में रखा जाएगा अब अगर अपनी पत्नी या फिर अपने बच्चे के नाम पर आप यह प्रॉपर्टी खरीद सरकार को इसके बारे में सूचित नहीं करते हैं या फिर इस पर लगने वाले इनकम टैक्स आप सरकार को नहीं देते हैं तो सरकार आपको उस संपत्ति को बेनामी संपत्ति बोलकर सीन कर सकती है और आप को जेल भी भेज सकती है|

हैसियत प्रमाण पत्र क्या है? Hasiyat Praman Patra Apply Online

Benami Sampatti के तहत किस प्रकार की प्रॉपर्टी नहीं आती है

  • अगर आप किसी ऐसी प्रॉपर्टी को खरीदते है जिसका इस्तेमाल आपके दूसरे फैमिली मेंबर ले रहे है तो इस तरह की प्रॉपर्टी को बेनामी संपत्ति के दायरे में नही रखा जायेगा, इसके अलावा आप इस तरह की प्रॉपर्टी को अपने किसी भी फॅमिली मेम्बर के नाम पर ले सकते है।
  • एक कोई व्यक्ति जॉब कर रहा है और वह अपना इनकम टेक्स नियमित रूप से भर रहा ही और वह किसी तरह की किसी प्रॉपर्टी को अपने नाम पर या फिर अपनी पत्नी या फिर अपने बच्चे के नाम पर खरीदता है तो इस तरह की प्रॉपर्टी को बेनामी संपत्ति नही माना जायेगा।
  • यदि आप एक प्रॉपर्टी डीलर है और किसी तरह की कोई प्रॉपर्टी को किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर खरीदना चाहते है और आप अभी सरकारी काम पूरे करते है तो आपकी उस प्रॉपर्टी को बेनामी संपत्ति नही माना जायेगा। जैसे अगर कोई व्यक्ति किसी ट्रस्ट के नाम पर कोई प्रॉपर्टी लेता है या फिर वह एक Executor है, बिज़नस पार्टनर है या एक डिपोजिटरी है तो उस प्रॉपर्टी को वैध माना जायेगा।
  • अगर कोई व्यक्ति अपने किसी भाई अथवा अपनी बहन के नाम से किसी तरह की कोई भी प्रॉपर्टी खरीदता है तो भी उस प्रॉपर्टी को बेनामी बेनामी संपत्ति नहीं कहा जायेगा।

लीगल नोटिस क्या होता है ? नोटिस कितने प्रकार के होते हैं, लीगल नोटिस कैसे भेजा जाता है ?

बेनामी संपत्ति अधिनियम 2015

  • कोई व्यक्ति अपने परिवार के किसी सदस्य या किसी अन्य नाम पर संपत्ति खरीदता है| लेकिन उसकी पूरी कमाई एक साथ दिखाई जाती है तो ऐसी संपत्ति को बेनामी संपत्ति के अंतर्गत सम्मिलित नहीं किया जाता है|
  • यदि कोई संपत्ति रखने वाला व्यक्ति जिम्मेदार है तो वह भी बेनामी संपत्ति में शामिल नहीं किया जाएगा|
  • किसी व्यक्ति द्वारा अपने बीवी और बच्चे के लिए खरीदी गई संपत्ति जिसको भी अपनी खुद की कमाई से खरीदता है वह बेनामी संपत्ति नहीं मानी जाएगी|

बेनामी संपत्ति अधिनियम 1988

  • यह कानून जम्मू और कश्मीर को छोड़कर भारत के सभी राज्यों के लिए पारित हुआ सेक्शन 3,5 और 8 का प्रावधान एक साथ सभी जगह पर 19 मई 2018 से लागू किया गया|
  • भारतीय कानून के अनुसार यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे के नाम पर कोई चैनल अथवा अचल प्रॉपर्टी खरीदना है| लेकिन उसका लाभ पहले वाले व्यक्ति को ही मिलता है ऐसी संपत्ति बेनामी प्रॉपर्टी के अंतर्गत आती है |
  • इस अधिनियम के अंतर्गत सभी निर्धारित तत्व होंगे|
  • बेनामी प्रॉपर्टी के अंतर्गत सभी प्रकार के गतिशील स्थापित वस्तुओं का वास्तविक और किसी प्रकार के हथियारों की आदि सम्मिलित है|

Benami Property Act 2016

वर्ष 2016 के अंतर्गत इस नए कानून के तहत कोई व्यक्ति अपनी संपत्ति के लेनदेन में असली मालिक और कुछ पैसों का लालच देकर किसी दूसरे व्यक्ति के नाम पर संपत्ति रखता है तो वह Benami Sampatti के अंतर्गत आते हैं।

FAQ’s

बेनामी संपत्ति का क्या मतलब होता है?

बेनामी संपत्ति वह है जिसकी कीमत किसी और ने चुकाई हो लेकिन नाम किसी दूसरे व्यक्ति का हो|

भारत में बेनामी संपत्ति क्या है?

यदि कोई संपत्ति किसी ने खरीदी है लेकिन मैं किसी और के नाम पर मौजूद है तो उसे बनानी संपत्ति कहा जाता है|

बेनामी का क्या मतलब होता है?

बेनामी एक हिंदी शब्द है जिसका अर्थ बिना नाम बिना प्रॉपर्टी का मालिक होना बेनामी का मतलब होता है|

Follow us on

Leave a Comment