Yo Yo Test Kya Hota Hai – यो यो टेस्ट का नाम तो आपने सुना ही होगा कई बार आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि यो यो टेस्ट क्या होता है क्योंकि इसकी खबरें अखबारों खबरों और टीवी पर आती रहती है यदि आप यो यो टेस्ट के बारे में जानना चाहते हैं| तो आपको बता दें कि टीम इंडिया जब भी कोई सीरीज या Tournament खेलने जाती हैं तो इससे पहले टूर्नामेंट में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को एक टेस्ट देना होता है जिससे खिलाड़ियों की फिटनेस का पता चलता है इस टेस्ट में फेल होने के कारण कई दिग्गज खिलाड़ी टीम इंडिया से बाहर हो गए हैं|
यदि आपको यो यो टेस्ट के बारे में जानकारी नहीं है तो आज का हमारा आर्टिकल आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होने वाला है| क्योंकि इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको यो यो टेस्ट के बारे में सभी विस्तारपूर्वक जानकारियां प्रदान करने वाले हैं इन सभी जानकारियों को जानने के लिए हमारे आर्टिकल को जरूर पढ़ें|
यो यो टेस्ट क्या होता है – Yo Yo Test Kya Hota Hai
यदि आप जानना चाहते हैं कि Yo Yo Test Kya Hota Hai तो आपको बता दें कि यह एक सॉफ्टवेयर बेस्ट टेस्ट होता है इसका मतलब कोई भी मैनुअल या कोई भी आदमी इस टेस्ट को नहीं लेता है भारत में बेंगलुरु में स्थित एनसीए यानी नेशनल क्रिकेट अकादमी में इस टेस्ट को लिया जाता है|
यो यो टेस्ट एक प्रकार का फिटनेस टेस्ट है जोकि क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी, रक्बी आदि खेलों में होता है इस टेस्ट का मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों का स्टैमिना जांचना और फिटनेस को परखना है| हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और कोच ने यह ऐलान कर दिया है कि अब क्रिकेट में केवल फिट खिलाड़ियों को भी जगह दी जाएगी| इसी के साथ फिटनेस कोच शंकर वासु ने सभी खिलाड़ियों के लिए फिटनेस टेस्ट अनिवार्य कर दिया है|
बीप टेस्ट का वेरिएशन
जैसा कि हमने पहले ही बताया कि यह यो यो टेस्ट बीप टेस्ट का वेरिएशन है और इसको डेनमार्क फुटबॉल फिजियोलॉजिस्ट जेंस बैंग्सबो द्वारा विकसित किया गया है| इस टेस्ट के दो वर्जन है Level1और 2 यह है क्रम से शुरुआत और एडवांस वर्जन है इसका Level 1 बीप टेस्ट की तरह इफेक्टिव है| परंतु इसके लेवल 2 में स्पीड बढ़ाई जाती है और इसमें अलग-अलग समय पर स्पीड क्रम से बढ़ाई जाती है इस टेस्ट में हर 40 मीटर की दौड़ के बाद रिकवरी का समय भी दिया जाता है|
Yo Yo टेस्ट का उद्देश्य
इस टेस्ट के द्वारा खिलाड़ियों की फिटनेस का परीक्षण किया जाता है अब इंडिया में भी क्रिकेट के लिए इस टेस्ट को अनिवार्य कर दिया गया है| इसके पीछे कोच और कप्तान का मुख्य उद्देश्य टीम में फिट खिलाड़ियों का चयन करना है जब खिलाड़ी शारीरिक रूप से फिट होंगे तो वह अंतरराष्ट्रीय मैदानों पर अन्य टीमों के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे|
इस टेस्ट के लिए निम्न चीजों की आवश्यकता होती है
समतल और नॉन स्लिप्पी् जगह है डिस्टेंस को निर्धारित करने के लिए कौन पहले से रिकॉर्ड, ऑडियो, सीडी या आप टीम भी टेस्ट सॉफ्टवेयर का उपयोग भी कर सकते हैं| ऑडियो प्लेयर रिकॉर्डिंग शीट इन सब चीजों के द्वारा आप खुद भी यह परीक्षण कर सकते हैं|
YO YO Test की प्रक्रिया
YO YO Test के लिए नीचे दिए गए चित्र के अनुसार ढांचा बनाया जाता है|
- तीरो के अनुसार 3 पॉइंट होते हैं A, Bऔर C तीनों जगह निशान के लिए कोन रखे जाते हैं कोन A और C के समीप स्पीकर लगाए जाते हैं इन स्पीकर की सहायता से खिलाड़ियों को इंस्ट्रक्शन दिए जाते हैं|
- कोन B से कोन C के मध्य दूरी 20 मीटर होती है खिलाड़ी कौन से दौड़ लगाना शुरु करता है| खिलाड़ी को बीप की आवाज के साथ ही दौड़ लगाना शुरू करना होता है और दूसरा बीप बजने से पहले के समय में C कोन को टच करके वापस आना होता है और इस प्रकार तीसरा बीप बजने से पहले खिलाड़ी को B कौन की लाइन को पार करना होता है|
- इसके बाद B कोन से A कोन के बीच की दूरी 5 मीटर की दूरी रिकवरी के लिए होती है और इस रिकवरी के लिए खिलाड़ी के पास 10 सेकंड का टाइम होता है और इस 10 सेकंड में ही खिलाड़ी को A कोन से B कोन तक आना होता है| इसका मतलब यदि खिलाड़ी पहले राउंड में तय समय में अपने मार्ग पर नहीं पहुंच पाता है तो उसे 10 घंटे काग्रेस समय दिया जाता है ताकि वह तय समय में दूरी तय कर सके|
- अब लेवल 2 का टेस्ट चालू होता है जिसमें स्पीड को बढ़ा दिया जाता है| इस टेस्ट में सेटल भी होते हैं यहां शटल से तात्पर्य उस स्पीड में नंबर ऑफ राउंड से होता है जैसे 5 और 9 की स्पीड में B से C के बीच 1 राउंड लगाना होता है और 11 की स्पीड में यह राउंड की संख्या बढ़कर 2 हो जाती है|
- इस टेस्ट में यदि खिलाड़ी B कोन को पार करने से पहले बीप की आवाज सुन लेता है तो इसका मतलब यह होता है कि उसकी स्पीड कम है और अगर तीसरी बीप के पहले खिलाड़ी पुनः B कोन पर नहीं आता है तो उसको वार्निंग मिल जाती है| इस प्रकार दो वार्निंग मिलने का मतलब यह होता है कि खिलाड़ी टेस्ट में फेल हो चुका है यहीं पर टेस्ट बंद कर दिया जाता है|
YO YO Test को कौन खिलाड़ी पास कर पाता है
इस टेस्ट को पास करने के लिए भारतीय खिलाड़ियों को 16.1 का स्कोर पार करना होता है यानी खिलाड़ियों को 567 सेकंड में 1120 मीटर की दूरी तय करनी होती है|