Quad Kya Hai इंडो पेसिफिक जहां आर्थिक कूटनीति स्तर पर दुनिया की तमाम बड़ी लड़ाइयां लड़ी जा रही है यह क्षेत्र कुछ समय से भारत की जियोपोलिटिक्स का केंद्र बना हुआ है और इस क्षेत्र में स्वतंत्रता सुनिश्चित करने और चीन का मुकाबला करने के लिए हाल ही में दूसरे क्वाड सम्मिट आयोजन किया गया है| ऐसे में बहुत से ऐसे लोग हैं जो यह जानना चाहते हैं कि Quad Kya Hai. यदि आपके मन में भी इस विषय से संबंधित सवाल है तो आप हमारे लेख को पढ़कर क्वाड के बारे में सभी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि हम इसलिए मैं आपको क्वाड के बारे में सभी जानकारियां विस्तार पूर्वक प्रदान करेंगे|
Quad Kya Hai
यदि आप जानना चाहते हैं कि क्वाड क्या है तो हम आपको बता दें कि सन 2007 में जापान के तात्कालिक प्रधानमंत्री शिंजो आबे के नेतृत्व में एक चतुर्भुज सुरक्षा संवाद कोडी लेटरल सिक्योरिटी डायलॉग की पहल की गई थी इस ग्रुप में अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत शामिल है इसी वर्ष सदस्य देशों ने बंगाल की खाड़ी में नौसैनिक अभ्यास भी किया था लेकिन तब के समय में यह संगठन अधिक कामयाब नहीं हो पाया था दूसरे शब्दों में यदि कहा जाए तो उस समय में यह संगठन लगभग निष्क्रिय था|
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क्वाड का क्या उद्देश्य है
प्रारंभ में क्वाड indo-pacific स्तर पर कार्य कर रहा था जिससे समुद्री रास्तों से व्यापार आसान हो सके वर्तमान समय में अब यह व्यापार के साथ-साथ सैनिक मजबूती देने पर अधिक ध्यान दे रहा है| जिससे शक्ति संतुलन बनाए रखा जा सके कार्ड के तहत प्रशांत महासागर अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में फैले विशाल नेटवर्क और भारत के साथ जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है|
क्वाड की मौजूदा स्थिति
- मार्च 2021 में चारो देशो (भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया) के प्रतिनिधियों की पहली बैठक आयोजित हुई।
- इस बैठक में समूह के उद्देश्यों का निर्धारण किया गया और इंडो-पेसिफिक क्षेत्र को भी परिभाषित करने की कोशिश की गई।
- इस बैठक के दौरान समूह का स्वतंत्र एवं मुक्त इंडो पेसिफिक क्षेत्र को बढ़ावा देने का उद्देश्य निर्धारित किया गया।
- सितम्बर 2021 में क्वाड की पहली इन पर्सन बैठक का आयोजन किया गया और जानकारी के लिए बता दें इसकी मेजबानी अमेरिका ने की थी।
- इस बैठक में जलवायु, कोविड-19 महामारी और इंडो पेसिफिक में मौजूद चुनौतियों पर चर्चा की गई।
- जलवायु परिवर्तन, प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, आपूर्ति शृंखला, लचीलापन, इंफ्रास्ट्रक्चर एवं कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में सहयोग करते है और विचार करते है।
क्वाड और भारत
भारत क्वाड का महत्वपूर्ण सदस्य है और भविष्य में रहेगा क्योंकि अमेरिका इस बात को अच्छी तरह से समझता है कि ना केवल इस क्षेत्र में बल्कि समूचे विश्व में यदि चीन के बढ़ते प्रभुत्व को रोकना है तो उसे भारत का हर हाल में सहयोग लेना होगा अमेरिका एक दशक पहले से ही अपनी विदेश नीति में बदलाव कर चुका है क्योंकि उसकी पहले की विदेश नीति ने पाकिस्तान को अधिक महत्व दिया जाता रहा है अमेरिका इस बात को भी समझ चुका है उसके पूर्व के गलत विदेश नीति के कारण भारत उसका सबसे प्रभावशाली शत्रु हूं उसका करीबी बन गया और अब भी वह यदि भारत को अपने पक्ष में नहीं करेगा तो विश्व में उसकी महाशक्ति का दर्जा भी उसके हाथ से निकल जाएगा क्योंकि चीन और रूस तो पहले से ही उसका विरोधी है इसलिए क्वाड में भारत का बने रहना ना केवल भारत के लिए बल्कि अमेरिका के लिए भी बहुत जरूरी है
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QUAD के बारे में अन्य जानकारी
- आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन दिनों रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है और इस युद्ध को चलते हुए काफी समय हो चुका है।
- रूस और यूक्रेन के युद्ध के चलते दुनिया दो हिस्सों बंटती नजर आ रही है। एक तरफ रूस का समर्थन करने वाले लोग है दूसरी तरफ यूक्रेन का समर्थन करने वाले लोग है।
- हालांकि भारत ने रूस का विरोध नहीं किया है जिसके कारण कई पश्चिमी देश भारत से नाराज है।
- क्वाड समिट में शामिल होकर भारत ने यह स्पष्ट किया है कि इंडो-पेसिफिक भारत के लिए कितना महत्व रखता है।
- इंडो-पेसिफिक क्षेत्र में चीन की अनुपस्थिति के इस क्षेत्र में चीन का वर्चस्व तेजी से बढ़ता नजर आ रहा है।
- इस पहल में जो भी घोषणाएं की गई है यदि उन्हें सही तरीके से लागू किया जाता है तो QUAD इंडो पेसिफिक क्षेत्र में चीन का एक विकल्प बनकर सामने आ सकता है।
FAQ’s
क्वाड की स्थापना सन 2007 में हुई थी|
Quad में 4 देश शामिल है|
अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया|
बेल्जियम के ब्रूसेल्स में|