Kendra Shasit Pradesh Kya Hote Hai: दोस्तों आज के लेख के अंतर्गत हम आपको एक बहुत अहम जानकारी प्रदान करने वाले हैं क्योंकि आज हम आपको बताने वाले हैं कि केंद्र शासित प्रदेश क्या होता है क्योंकि ऐसे बहुत से लोग हैं जिनको केंद्र शासित प्रदेश क्या होता है के बारे में जानकारी प्राप्त नहीं होती है| यदि आपको भी इस विषय से संबंधित जानकारी नहीं है तो आप हमारे लेख के अंतर्गत इस विषय से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं| केंद्र शासित प्रदेश या संघ राज्य क्षेत्र या संघ क्षेत्र भारत के संघीय प्रशासनिक ढांचे की एक इकाई है| यही कारण है कि आज के लेख में हम आपको केंद्र शासित प्रदेश के बारे में जानकारी प्रदान करने वाले हैं|
केंद्र शासित प्रदेश क्या होता है? Kendra Shasit Pradesh Kya Hote Hai
केंद्र शासित प्रदेश संघीय क्षेत्र है और भारत की केंद्र सरकार द्वारा प्रकाशित होते हैं केंद्र शासित प्रदेशों में अप राज्यपालों की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है जो उनके प्रशंसक के रूप में कार्य करता है|
हालांकि पांडिचेरी, जम्मू और कश्मीर और दिल्ली से संबंध में अपवाद है और विशेष संवैधानिक संशोधन के तहत उन्हें आंशिक राज्य का दर्जा प्रदान किए जाने के कारण निर्वाचित विधायिका और सरकार है|
भारत में कितने केंद्र शासित प्रदेश हैं?
भारत में आठ केंद्र शासित प्रदेश हैं जिनके नाम नीचे बताए गए हैं|
- जम्मू कश्मीर
- लद्दाख
- चंडीगढ़
- दमन और दीव
- दादरा और नगर हवेली
- लक्षद्वीप
- पुडुचेरी
- अंडमान और निकोबार दीप समूह
केंद्र शासित प्रदेश और उनकी राजधानियां
केंद्र शासित प्रदेश | राजधानी |
चंडीगढ़ | चंडीगढ़ |
दादरा और नागर हवेली – दमन और द्वीप | दमन |
पॉन्डिचेरी | पुडुचेरी |
लक्षद्वीप | कवरत्ती |
अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह | पोर्ट ब्लेयर |
जम्मू कश्मीर | श्रीनगर |
लद्दाख | लेह |
विधानसभा वाले केंद्र शासित प्रदेश
भारत में जम्मू कश्मीर, दिल्ली और पांडिचेरी केंद्र शासित प्रदेश है जहां पर विधानसभा का चुनाव कराया जाता है इस चुनाव में बहुमत प्राप्त करने वाली सरकार का गठन किया जाता है जो कि निर्धारित किए गए विषयों पर प्रशासन करती है और अपना निर्णय ले सकती है यहां की राज्य सरकार को अप राज्य पाल के निर्देश पर ही कार्य करने की अनुमति दी जाती है|
भारत में केंद्र शासित प्रदेश क्यों मौजूद है?
दिल्ली को छोड़कर केंद्र शासित प्रदेशों की जनसंख्या और भूमिका जाकर किसी राज्य की तुलना में काम है इस प्रकार यह स्वतंत्र होने के लिए बहुत छोटे हैं और केंद्र सरकार द्वारा प्रशासित है|
कई केंद्र शासित प्रदेशों की संस्कृति उनके आसपास के राज्यों की तुलना में अलग है क्योंकि वह पहला पुर्तगाली (दमन और दीव) और फ्रांसीसी (पुडुचेरी) के शासन के अधीन थे|
यही कारण है कि इन केंद्र शासित प्रदेशों का आसपास के राज्यों के साथ विलय नहीं किया जा सकता है| दिल्ली भारत की प्रशासनिक राजधानी है जबकि चंडीगढ़ हरियाणा और पंजाब दोनों के प्रशासनिक राजधानी है|
लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार दीप समूह भारत की मुख्य भूमि से बहुत दूर स्थित है इस प्रकार में भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है और किसी भी आपात स्थिति में भारत सरकार सीधे वहां कार्यवाही कर सकती है|
केंद्र शासित प्रदेश और राज्य में अंतर
प्रत्येक राज्य में विधानसभा स्थापित होती है लेकिन किसी केंद्र शासित प्रदेश में ऐसा जरूरी नहीं है भारत के सभी केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली और पुडुचेरी के अलावा कहीं विधानसभा नहीं है|
राज्य में शासन और प्रशासन के रूप में मुख्यमंत्री के द्वारा कार्य किया जाता है और वहीं केंद्र शासित प्रदेश में यह कार्य मुख्यतः प्रशासक जिसे राष्ट्रपति के द्वारा केंद्रीय मंत्रिमंडल की सलाह पर नियुक्त किया जाता है स्थिति अनुसार राज्य में कार्यभार संभालता है|
राज्य में कानून राज्य सूची के विषय अनुसार राज्य की विधानसभा कानून बना सकती है लेकिन केंद्र शासित प्रदेश में यह कार्य प्रशासक की मंजूरी के बिना किया जा सकता और कुछ ही मुद्दों पर विधानसभा वाले केंद्र शासित प्रदेश अपने अनुसार कानून बना सकते हैं| राज्य में मुख्यमंत्री का चुनाव लोकतंत्र के अनुसार जनता द्वारा किया जाता है वहीं केंद्र शासित प्रदेश में सीधा केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है|
FAQ’s
केंद्र शासित प्रदेशों में सीधे-सीधे भारत सरकार का शासन होता है|
लद्दाख क्षेत्रफल के अनुसार भारत का सबसे बड़ा केंद्र शासित प्रदेश है|
छोटा आकार और कम जनसंख्या अलग संस्कृति अन्य राज्यों से दूरी प्रशासनिक महत्व स्थानीय संस्कृतियों की सुरक्षा आदि के लिए केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाता है|