Carding Kya Hai: दोस्तों आप सभी ने कार्डिंग के बारे में जरूर सुना होगा वर्तमान समय में सभी चीज ऑनलाइन हो गई है एक तरफ जहां हमें सुविधा मिल रही है| तो दूसरी तरफ यह हमारे पर्सनल डिटेल्स के लिए घातक भी सिद्ध हो रही है क्योंकि कुछ ऐसा मैजिक तत्व इल्लीगल काम करते हैं जिससे हमें आर्थिक और सामाजिक बहुत नुकसान हो सकता है| आज हम बात करने वाले हैं कार्डिंग कि यदि आपको कार्डिंग क्या है के बारे में जानकारी नहीं है और आप इस विषय से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमारे आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें| इसमें आपको Carding Kya Hai से संबंधित सभी जानकारियां विस्तार पूर्वक प्रदान की गई है|
Carding Kya Hai
कार्डिंग (Carding) एक ऑनलाइन धाराओं का नाम है जिसमें लोग अनधिकृत रूप से क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड की मान्यता का दुरुपयोग करके विभिन्न वित्तीय गतिविधियों में लिन देते हैं, जैसे कि ऑनलाइन खरीददारी, वेबसाइट पंजीकरण, या अन्य वित्तीय लेन-देन। कार्डिंग के तहत यह संभव होता है कि धोखाधड़ी व्यक्तियाँ कार्ड की जानकारी को चोरी करें, विशेषज्ञता द्वारा बनाई गई जाली कार्ड की प्रतिलिपि बनाएं, और उन्हें ऑनलाइन वित्तीय लेन-देन में उपयोग करें।
कार्डिंग क्रिमिनल गतिविधियों की श्रेणी में आता है और यह अवैध है। इसके अनुसार किए गए कार्डिंग प्रयासों का परिणाम साजिश तथा वित्तीय हानि हो सकता है, और यह कानूनी कार्रवाई की आशंका में आता है। इस बात का ध्यान रखें कि कार्डिंग के बारे में जानकारी खोजने का उद्देश्य केवल जागरूकता है और यह किसी को अवैध कार्यों के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास नहीं होना चाहिए।
Credit Card Hacking
हैकर नए-नए प्रकार की तकनीक अपनाते हैं और लोगों के क्रेडिट कार्ड की डिटेल चुराते हैं जैसे की कोई ने शॉपिंग वेबसाइट बना लिया और वहां पर बहुत सस्ते में लोगों का सामान बेच रहा है| और वहां पर उन लोगों को ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए बोल रहा है जब कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन पेमेंट करता है तो उनके कार्ड की डिटेल हैकर के पास चली जाती है| यह सुनकर आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि जब हैकर कार्ड की डिटेल चुरा ही लेता है तो वह खुद से क्यों नहीं फ्रॉड करता है| तो हम आपको बता दें कि जब कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन शॉपिंग करता है तो वह कोई ना कोई एड्रेस और मोबाइल नंबर जरूर शेयर करता है|
कोई भी सामान मगाने के लिए इससे अधिक चांस है कि वह पकड़ा जाए इसलिए वह लोग इस प्रकार का रिस्क नहीं लेते हैं| और यह सारी डिटेल्स Carder को भेज देते हैं और हैकर इस प्रकार बहुत सारे लोगों की डिटेल चुराते हैं|
Carding Process
बहुत सारे कार्ड क्रेडिट कार्ड की इनफार्मेशन का इस्तेमाल करके बहुत सारे विभिन्न तरीकों से कार्डिंग करते हैं कुछ इस प्रकार है| जैसे – ऑनलाइन शॉपिंग जैसे स्मार्टफोन, कैमरा, कंप्यूटर, टीवी, कपड़े, टैबलेट और भी बहुत कुछ और उसके बाद खरीदे गए सामान को कम दामों में बेच देते हैं| इसके अलावा यह लोग क्रेडिट कार्ड इनफार्मेशन से बिटकॉइन भी खरीदते हैं और फिर उसे बैच कर अपने पैसे बना लेते हैं|
Carder
कार्डर वह व्यक्ति होता है जो हैकिंग करवाता है यह हैकिंग की गई जानकारी को खरीदता है और बाद में ऑनलाइन इस डिटेल का उपयोग करके शॉपिंग करता है|
हैकर क्रेडिट कार्ड को कैसे हैक करते हैं
Card Hack करना आसान नहीं होता है लेकिन वह किसी न किसी तरीके से Hack कर ही लेते हैं और कई बार तो हमें बहुत बड़ा नुकसान हो जाता है| Hacker Card Hack करने के लिए कुछ इस प्रकार के तरीकों का इस्तेमाल करता है Online Website का इस्तेमाल करते हैं, ATM Scanning करता है , Phone Hack कर लेता है इस तरह काफी सारे तरीके से कार्ड को हैक कर लेते हैं|
- Online Shopping Website
- Internet Photo
- Gmail
- Phone Hack
- ATM Scanning
- Memorization
- Camera
- Banks
Carding Fraud से कैसे बचे
- अपने क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड की इनफार्मेशन कभी भी किसी व्यक्ति को ना दे और ना ही कार्ड का पिन नंबर बताएं|
- ऑनलाइन पेमेंट करते समय हमेशा ओटीपी का ही उपयोग करें और कभी भी कार्ड की डिटेल ऑनलाइन से ना करें|
- यदि आप ऑनलाइन साइट से कार्ड भुगतान करते हैं तो साइट का यूआरएल जरूर चेक करें| यदि URL में ग्रीन कलर मेंSecure HTTPS नहीं लिखा आ रहा है तो आप अपने कार्ड की इनफार्मेशन एंटर न करें|
- एटीएम कार्ड की इनफार्मेशन कभी भी एसएमएस के द्वारा किसी को भी सेंड ना करें|
- यदि आप किसी माल या शॉप पर माइक्रो एटीएम के द्वारा पेमेंट कर रहे हैं तो ध्यान रखेगी कोई आपके कार्ड का नंबर ना लिख ले|
Carding कैसे किया जाता है
क्रेडिट कार्ड स्कीम या हैक करना आसान नहीं होता है इसमें उसकी बहुत सी समस्याएं होती है| जिन्हें Carding का पता रहता है कि लोगों की क्रेडिट कार्ड की डिटेल कैसे निकाली जाती है वही लोग कार्डिंग करते हैं| जो हैकर हैकिंग में माहिर होते हैं वही लोग कार्डिंग को अंजाम देते हैं कार्डिंग को कुछ स्टेप की मदद से कार्डिंग फ्रॉड की जाती है जिसके बारे में नीचे बताया गया है|
- हैकर सबसे पहले क्रेडिट कार्ड की डिटेल इकट्ठी करते हैं|
- नई-नई शॉपिंग वेबसाइट बनाते हैं|
- एटीएम से किसी कार्ड की डिटेल इकट्ठी करते हैं|
- किसी की मदद के बहाने कार्ड की डिटेल इकट्ठी करते हैं|
- किसी मॉल में से कार्ड की जानकारी इकट्ठी करते हैं|
- बैंक से कार्ड की जानकारी खट्टी करते हैं|
- शॉपिंग वेबसाइट हैक करके डिटेल्स निकलते हैं|
FAQ’s Carding Kya Hai
कार्डिंग एक ऑनलाइन फ्रॉड है जिसमें कुछ हैकर किसी भी व्यक्ति के डेबिट कार्ड एटीएम कार्ड की जानकारी को चुरा लेते हैं| और फिर इसी जानकारी को Carder को बेच देते हैं इसी प्रक्रिया को कार्डिंग कहा जाता है|
Carding कोई बाहर से नहीं आते हैं बल्कि कार्डिंग उन्हें कहते हैं जो चीजों को हैक करते हैं या एक की गई चीज को खरीदने हैं|
कार्डिंग हैकर के द्वारा किया जाता है इससे लोगों के क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन शॉपिंग की जाती है|
कार्डिंग एक प्रकार का स्कैन और फ्रॉड है इसका इस्तेमाल अधिकतर हैकर लोग करते हैं|