E Learning Kya Hai: आज के लेख के अंतर्गत हम आपको एक ऐसे विषय के बारे में बताएंगे जो पिछले कुछ वर्षों में बहुत अधिक प्रचलित हुआ है यानी हम आज आपको ई-लर्निंग के बारे में बताने वाले हैं| यदि आप भी जाना चाहते हैं कि E Learning Kya Hai तो आप हमारे आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें| क्योंकि आजकल ऑफलाइन स्टडी की तुलना में ऑनलाइन स्टडी का अधिक चलन है इससे आप जब चाहे जहां चाहे अपनी इच्छा से कुछ भी सीख सकते हैं और पढ़ सकते हैं|
यही कारण है कि आज के लेख में हम आपके लिए E Learning Kya Hai के बारे में सरल भाषा में सभी जानकारियां विस्तार पूर्वक प्रदान करने वाले हैं इन सभी जानकारी को जानने के लिए आपको लेख को अंत तक पढ़ना होगा|
E Learning क्या है (What is E learning in Hindi)
ई- लर्निंग शब्द दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है पहले E और दूसरा शब्द है| Learning यहां E से तात्पर्य इलेक्ट्रॉनिक यानी कंप्यूटर नेटवर्क या इंटरनेट पर आधारित लर्निंग से है यानी इलेक्ट्रॉनिक या इंटरनेट वाले डिवाइस जैसे कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन आदि के द्वारा किसी भी क्षेत्र या किसी भी विषय में ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने की प्रक्रिया ई लर्निंग कहलाती है|
इसमें ऑनलाइन क्लास या लाइव क्लास लेना ऑडियो, वीडियो, पीडीएफ, स्लाइडशो, वर्ल्ड डॉक्यूमेंट आदि का उपयोग करना शामिल है| सरल शब्दों में कहे तो कंप्यूटर नेटवर्क या इंटरनेट के द्वारा सीखने या पढ़ने की प्रक्रिया ई लर्निंग कहलाती है| यह लर्निंग को कई लोग स्मार्ट लर्निंग और मोबाइल लर्निंग के नाम से भी जानते हैं| आज इंटरनेट पर ऐसी बहुत सारी चीज उपलब्ध है जिनका उपयोग करके आप यह लर्निंग कर सकते हैं इसमें वेबसाइट लर्निंग एप्लीकेशंस ई बुक्स यूट्यूब पर अपलोड वीडियो आदि भी शामिल है|
ई-लर्निंग का इतिहास (History of E learning in Hindi)
वर्ष 1999 के दौरान चल रहे पहले कंप्यूटर आधारित प्रशिक्षण प्रणाली के सेमिनार के दौरान ई लर्निंग शब्द का प्रयोग किया गया वैसे इस नाम के पीछे के सिद्धांत के होने का सबूत 19वीं सदी के अंत में भी मिलते हैं|
1999 के दौरान CBT पाठ्यक्रम ऑन को कंप्यूटर सॉफ्टवेयर वेब बेस्ड, ट्रेनिंग संस्थाओं और एजुकेशनल इंटरनेट के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया जाता था| आगे चलकर CD-ROM के माध्यम से भी इसकी सुविधा शुरू हुई उन दिनों इसके लिए एक सटीक नाम की खोज के चलते कई नाम सामने आए जैसे ऑनलाइन लर्निंग, वर्चुअल लर्निंग आदि|
ई-लर्निंग के प्रकार (Types of E learning in Hindi)
ई-लर्निंग दो प्रकार के होते हैं जिनके बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है|
Synchronous Learning क्या है
Synchronousई-लर्निंग सेटअप में शिक्षार्थी और परीक्षक एक साथ विभिन्न स्थानों से चर्चा में शामिल होकर ऑनलाइन जुड़ते हैं मोबाइल डिवाइस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और चैट जैसे टूल का लाभ उठाते हुए वह संसाधनों तक पहुंचाते हैं और विचारों का निर्बाध रूप से आदान-प्रदान अप प्रतिभागियों को इंटरएक्टिव सत्रों के दौरान विचार साझा करने और बातचीत करने की अनुमति देता है जिससे गहन चर्चा और व्यापक समस्या समाधान को बढ़ावा मिलता है प्रौद्योगिकी में प्रगति और पर्याप्त इंटरनेट Bendwidth के साथ SynchronousE- Learning की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है|
Asynchronous Learning क्या है
Asynchronousई लर्निंग में शिक्षार्थी पूर्ण समय का आनंद लेते हैं इसका मतलब यह है कि छात्र अपनी पसंद के अनुसार पढ़ाई कर सकते हैं जब भी यह उनके लिए सबसे उपयुक्त हो Asynchronousऑनलाइन पाठ्यक्रम ऑडियो और वीडियो संसाधनों पर बनाए जाते हैं हालांकि यह वास्तविक समय में नहीं हो रहा है जिसका अर्थ है कि शैक्षिक सामग्री को रिकॉर्ड किया जाता है और पहुंच के लिए अपलोड किया जाता है यह छात्रों को अपनी सीखने की यात्रा को निजीकृत करने की स्वतंत्रता देता है|
ई-लर्निंग की विशेषताएं (Features of E learning in Hindi)
- ई-लर्निंग सीखने के अनुभव को बढ़ाने के लिए कई माध्यमों का लाभ उठाता है|
- ई लर्निंग छात्र केंद्रित शिक्षण पर केंद्रित है|
- यह कंप्यूटर और इंटरनेट कौशल के विकास को बढ़ावा देता है|
- ई-लर्निंग लागत प्रभावी और कुशल है|
- ई लर्निंग भौगोलिक बढ़ाओ को दूर करता है और समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देता है|
- यह दृष्टिकोण छात्रों को सुबह अध्ययन के समान अवधारणाओं का अधिक आंतरिककरण प्रदान करता है|
- ई लर्निंग कक्षा के आकार में वृद्धि के साथ बड़े छात्र आधार को समायोजित करता है|
- इस शिक्षण का आयोजन ऑनलाइन किया जाता है जो छात्र को अनुरूप उपयोग के लिए प्रदान करता है|
ई-लर्निंग के फायदे (Advantages of E learning in Hindi)
ई-लर्निंग से कई फायदे होते हैं जिनमें से कुछ फायदा के बारे में नीचे बताया गया है|
- पारंपरिक शिक्षा प्रणाली की तुलना में ई लर्निंग प्रणाली अधिक सस्ती है|
- ई लर्निंग प्रणाली का एक सबसे बड़ा फायदा यह भी है कि आप कहीं भी किसी भी समय कुछ भी सीख सकते हैं|
- ई लर्निंग प्रणाली की सहायता से आप किसी भी क्षेत्र में असीमित शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं|
- इसके अलावा आप ई लर्निंग प्रणाली में व्यक्तिगत क्षमता और योग्यता के अनुसार सिख और पढ़ सकते हैं|
- इसमें अधिकतर चीज फोटो या वीडियो द्वारा समझाइए जाती है जिनको याद रखना आसान होता है|
- ई-लर्निंग शिक्षा प्राप्त करने के लिए कहीं आने-जाने की आवश्यकता नहीं होती है आप घर बैठे ही या अन्य किसी भी स्थान पर पढ़ाई कर सकते हैं|
- ई-लर्निंग में व्यक्तिगत इसके लिए यानी हॉनर की जानकारियां सिख और पढ़ सकते हैं|
ई-लर्निंग के नुकसान (Disadvantages of E learning in Hindi)
ई लर्निंग के फायदे के बारे में तो आप जान चुके हैं अब हम आपको इसके कुछ नुकसान बताएंगे|
- एक सामान्य क्लास रूम की तुलना में इसमें आमने-सामने की बातचीत और क्रियाकलाप नहीं होते हैं|
- ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली को सीखने और समझने में थोड़ा समय लग सकता है|
- ई लर्निंग प्रणाली में सबसे बड़ी कमी यह है कि बिना इंटरनेट के आप इसका लाभ नहीं उठा सकते हैं|
- ई-लर्निंग में प्रैक्टिकल पर आधारित विषयों को समझने में समस्या होती है|
- किसी विशेष छात्र के काम की प्रमाणिकता को सत्यापित करना हमेशा आसान नहीं होता है|
Conclusion
आज के आर्टिकल के अंतर्गत हमने आपको ही E Learning Kya Hai के बारे में सभी जानकारियां प्रदान की इसके अलावा हमने आपको ई-लर्निंग के प्रकार, इसका इतिहास, विशेषताएं और ई-लर्निंग के फायदे और नुकसान आदि के बारे में भी बताया आशा है कि आपको यह सभी जानकारी पसंद आई होगी और आपके लिए उपयोगी साबित रही होगी यदि आप हमारे द्वारा प्रदान की गई जानकारी से सहमत है और आपके लिए उपयोगी साबित रही है तो आप हमारे आर्टिकल को शेयर जरूर करें|
FAQ’s
E Learning का पूरा नाम Electronic Learning है|
यह है छात्रों को अधिक समझने में मदद करता है|
ई लर्निंग की मुख्य विशेषता यह है कि छात्र अपनी सहूलियत के हिसाब से किसी भी समय पर और कहीं पर भी अपना शैक्षिक कार्य कर सकता है|