Essay On Pollution: नहीं जानते ही होंगे कि प्रदूषण केवल देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए एक ज्वलंत समस्या का रूप धारण कर चुका है| प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए सभी के योगदान की आवश्यकता होगी इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को प्रदूषण के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है| इसलिए आज हम आपको प्रदूषण पर निबंध लिखने के बारे में बताएंगे जिस देश के भविष्य छात्रों में जागरुकता आएगी और प्रदूषण पर निबंध से उनको प्रदूषण की समस्या को दूर करने में अपना योगदान देने में आसानी होगी|
इस लेख में आपको प्रदूषण क्या है, प्रदूषण के प्रकार, इसको रोकने के उपाय, कारण, प्रभाव आदि सभी के बारे में जानकारियां प्रदान की गई है| आज का हमारा लेख पढ़ कर आपको Essay On Pollution लिखने में बहुत आसानी होगी यदि आप प्रदूषण पर निबंध (Essay On Pollution) लिखने का तरीका जानना चाहते हैं तो हमारे लेख को अंत तक ध्यान पूर्वक जरूर पढ़ें|
प्रदूषण क्या होता है (What is Pollution)
जब हवा, पानी, मिट्टी आदि में अवांछनीय तत्व घुलकर उसे इतना गंदा कर देते हैं कि उसका स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगता है तो उसे प्रदूषण कहते हैं। प्रदूषण प्राकृतिक असंतुलन पैदा करता है। साथ ही यह मानव जीवन के लिए भी खतरा है।
यह मनुष्य की जिम्मेदारी है कि वह प्रदूषण की समस्या को उसी समझदारी से हल करे जिस समझदारी से उसने प्राकृतिक संसाधनों का मूर्खतापूर्ण दोहन करके पर्यावरण को नुकसान पहुँचाया है। वनों की अंधाधुंध कटाई भी प्रदूषण के कारकों में से एक है। अधिक से अधिक पेड़ लगाकर इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इसी तरह, कई उपाय हैं जिन्हें अपनाकर प्रदूषण कम किया जा सकता है।
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(Pollution) प्रदूषण के प्रकार
- वायु प्रदूषण: यह वायुमंडलीय गैसों, जैसे कार्बन मोनोऑक्साइड (CO), नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx), सल्फर डाइऑक्साइड (SO2), और पार्टिकुलेट मैटर (PM2.5 और PM10) की घुसपैठ के रूप में होता है। वायु प्रदूषण से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और अन्य श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
- जल प्रदूषण: यह जल स्रोतों में विभिन्न धातुओं, कार्बनिक और अकार्बनिक बायोमास और अन्य जल संबंधी कचरे के प्रवेश के रूप में होता है। इससे पानी पीने के लिए असुरक्षित हो सकता है और जलवायु परिवर्तन का प्राकृतिक जीवों पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है।
- भूमि प्रदूषण: इसमें जलवायु परिवर्तन, विभिन्न उपयोगी रसायनों और उन उपकरणों और प्रौद्योगिकियों के उपयोग से होने वाला प्रदूषण शामिल है जिनका सुरक्षित रूप से उपयोग नहीं किया जाता है।
- ध्वनि प्रदूषण: यह उन गतिविधियों के कारण होता है जो अत्यधिक शोर उत्पन्न करती हैं, जैसे उद्योग, यातायात और निर्माण। इससे सुनने की क्षमता और स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।
प्रदूषण का अर्थ
(Pollution) प्रदूषण तत्वों या प्रदूषकों के वातावरण में मिश्रण को कहा जाता है जब यह प्रदूषण हमारे प्राकृतिक संसाधनों में मिलते हैं तो इसके कारण कई नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न होते हैं| प्रदूषण मुख्य रूप से मानव गतिविधियों द्वारा उत्पन्न होता है और यह हमारे पर्यावरणीय संरचनाओं को प्रभावित करता है| प्रदूषण के द्वारा उत्पन्न होने वाले प्रभावों के कारण मानवों के लिए छोटी बड़ी बीमारियों से लेकर जीवन के अस्तित्व को खतरे में डालने वाली समस्याएं उत्पन्न हो जाती है| मानव ने अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए पेड़ों की अंधिकारी कटाई की है जिसके कारण पर्यावरण में संतुलन हुआ है प्रदूषण इस असंतुलन का मुख्य कारण भी है|
प्रदूषण कम करने के उपाय
इस बढ़ते हुए प्रदूषण को रोकने के कुछ उपाय है जिनके बारे में हम आपको नीचे बताने वाले हैं|
- कार पुलिंग
- पटाखों का प्रयोग ना करें
- अपने आसपास की जगह को साफ सुथरा रखें
- पेड़ लगाए
- कीटनाशकों और उर्वरकों का सीमित उपयोग करें
- प्रकाश का अत्यधिक और जरूरत से अधिक उपयोग न करें
- कड़े इंडस्ट्रियल नियम कानून बनाकर
- काम पोस्ट का उपयोग करें
- रेडियोएक्टिव पदार्थ के उपयोग को लेकर कठोर नियम बनाए
(Consequences of Pollution) प्रदूषण के परिणाम
वर्तमान समय की मुख्य चिंता है बढ़ता हुआ प्रदूषण कचरा मैदान के आसपास दुर्गंध युक्त गढ़ के कारण सांस लेना मुश्किल होता है| इसके आसपास का स्थान रहने लायक नहीं रहता विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी रोग उत्पन्न होते हैं अपशिष्ट उत्पादों से छुटकारा पाने के लिए जब इन्हें जलाया जाता है तो वायु प्रदूषण होता है| अपशिष्ट पदार्थों के सीधे संपर्क में आने से त्वचा संबंधी रोग विशेषज्ञ पदार्थ विषैला जीव उत्पन्न करते हैं जो की जानलेवा रोगों के कारण बनते हैं जैसे कि मच्छर मक्खियों इत्यादि किड्स सी खराब होती है और खाने पीने की लायक नहीं रहती है पीने का पानी अमृत मान जाता है वह भी रोगों का साधन बन जाता है| ध्वनि जो की संगीत पैदा करती थी शोर बनाकर मानसिक संतुलन पैदा करती है धरती पर ग्रीन कवच भी बहुत काम लगभग तीन प्रतिशत ही बचा है जो की चिन्तनीय है|
प्रदूषण पर निबंध (Essay on Pollution)
प्रस्तावना:
प्रदूषण एक ऐसी समस्या है जो हमारे प्राकृतिक और मानव जीवन के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रही है। यह एक ऐसी समस्या है जिसका समाधान हमारे समाज, सरकार और व्यक्ति के स्तर पर साझा संघर्ष और साझा प्रयासों की मांग करता है। इस निबंध में हम प्रदूषण और उसके प्रकार, कारण, प्रभाव और रोकथाम के उपायों पर विचार करेंगे।
(Pollution) प्रदूषण के कारण:
- औद्योगीकरण: औद्योगीकरण के साथ, उद्योगों का विकास और उपयोग बढ़ गया है, जिससे वायु, जल और भूमि प्रदूषण की मात्रा में वृद्धि हुई है।
- वाहनों का उपयोग: बढ़ती जनसंख्या के साथ वाहनों का उपयोग भी बढ़ गया है, जिससे वायु प्रदूषण में वृद्धि हुई है।
- असंगठित अपशिष्ट प्रबंधन: असंगठित अपशिष्ट प्रबंधन के कारण जल प्रदूषण और भूमि प्रदूषण में वृद्धि हुई है।
- वनस्पति और जैव विविधता की हानि: वनों की कटाई और जैव विविधता की हानि के कारण भूमि प्रदूषण बढ़ गया है।
प्रदूषण के प्रभाव:
- स्वास्थ्य पर प्रभाव: प्रदूषण से होने वाली बीमारियाँ, जैसे अस्थमा, हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारियाँ और कैंसर में वृद्धि हुई है।
- प्राकृतिक संसाधनों का नुकसान: प्रदूषण के कारण पानी, मैंग्रोव और पौधों के संसाधनों का नुकसान होता है, जो प्राकृतिक संतुलन को प्रभावित करता है।
- जैव विविधता का नुकसान: प्रदूषण से जैव विविधता का नुकसान होता है, क्योंकि यह वनस्पतियों और जीवों के लिए हानिकारक है।
- सामाजिक और आर्थिक प्रभाव: प्रदूषण के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव भी होते हैं क्योंकि यह लोगों के जीवन को प्रभावित करता है, जैसे काम की हानि और वित्तीय नुकसान।
प्रदूषण रोकने के उपाय
- साक्षरता: लोगों को प्रदूषण के नकारात्मक प्रभावों के बारे में जागरूक करना और साक्षरता बढ़ाना महत्वपूर्ण है।
- प्रदूषण नियंत्रण: उद्योगों को प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए नियमों का पालन करना चाहिए और प्रदूषण को कम करने के लिए तकनीकी उपायों का अधिक उपयोग करना चाहिए।
- वनस्पति संरक्षण: वन संरक्षण एवं वनस्पति संवर्धन के उपाय अपनाये जाने चाहिए।
- सड़क परिवहन को स्वच्छ और सुरक्षित बनाना: सड़क परिवहन को सार्थक यातायात नीतियों के माध्यम से प्रदूषण कम करने के तरीके खोजने चाहिए।
निष्कर्षण
प्रदूषण एक गंभीर समस्या है जो हमारे स्वास्थ्य, प्राकृतिक संसाधनों और सामाजिक संरचना पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है। हम सभी को इस समस्या का सामना करना होगा और योगदान देना होगा ताकि हमारे पर्यावरण को स्वच्छ और स्वस्थ बनाया जा सके। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सार्थक कदम उठाना हमारी वर्तमान और भावी पीढ़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
FAQ’s About (Essay On Pollution)
ऑक्साइड हाइड्रोकार्बन धूल के कारण भाषण कणिकाएं दुआ इत्यादि वायु प्रदूषण का मुख्य कारक है|
प्रदूषण पर निबंध लिखने के लिए आप प्रदूषण के प्रकार कारण प्रभाव और निवारण के उपायों पर चर्चा कर सकते हैं|
विश्व का सबसे कम प्रदूषित देश डेनमार्क है|
भारत में प्रदूषण नियंत्रण केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अंतर्गत आता है|