हेलो दोस्तों क्या आप आई. एस. आई. मार्क के बारे में जानना चाहते हैं क्या आपने सिर्फ इसका नाम ही सुना है और इसके बारे में आपको कोई जानकारी नहीं है यदि ऐसा है तो आज का हमारा लेख आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा क्योंकि आज के इस लेख में हम आपको ISI के बारे में सभी जानकारियां प्रदान करने जा रहे हैं| लेख के अंतर्गत हम आपको बताएंगे कि ISI Mark Kya Hai, ISI Full Form, यह कैसे कार्य करता है, आई एस आई मार्क क्यों जरूरी होता है, इसके लाभ क्या है, इसकी स्थापना कब हुई, ISI Mark के साथ सामान्य उत्पाद, आई एस आई पंजीकरण कराने के क्या उद्देश्य है आदि| इन सभी बातों के बारे में आपको हमारा लेख पढ़ने के बाद सभी जानकारी प्राप्त हो जाएगी|
ISI क्या है – ISI Mark Kya Hai
ISI Mark Kya Hai – यह एक प्रकार का होल मार्क होता है जो कंपनी को प्रोडक्ट के लिए दिया जाता है| आप उस Company का Product Use करने के लिए 100% Sure है| एवं उसकी Quality भी अच्छी हैं भारत में ऐसे कई सरकारी संस्थान है जो इस तरह के Product को सही तरीके से Check करते हैं| सरकारी स्टैंडर्ड संस्थान यह हॉल मार्क दूसरी कंपनी को तब लगाती है जब उनकी क्वालिटी की बहुत अच्छे से जांच हो जाती है| इसके लिए जो Company Product बनाती है उसको एक Application दर्ज करानी होती है एवं अपने बनाए हुए Product का Sample भी देना होता है|
यदि आप इस तरह का कोई भी उत्पाद बना रहे हैं और आप यह दिखाना चाहते हैं कि आपका उत्पाद 100% सुरक्षित है एवं 100% क्वालिटी प्रोडक्ट है तो यह सब दिखाने के लिए आपको भारतीय मानक संस्थान में आवेदन करना होगा आवेदन करने के बाद आपको वहां पर अपना उत्पाद जमा करना होगा| भारतीय मानक संस्थान में आपका उत्पाद हर तरह के स्टैंडर्ड से होकर गुजरेगा| यदि आपका प्रोडक्ट यहां पास हो जाता है तो आपका प्रोडक्ट भारतीय मानक संस्थान के तहत पास हो जाएगा और आपके उत्पाद के लिए ISI Mark का Certificate दिया जाएगा यह सर्टिफिकेट प्राप्त करने के बाद इस सर्टिफिकेट के साथ अपने उत्पाद को बाजार में बेच सकते हैं|
ISI Full Form
- I – Indian
- S – Standards
- I – Institute
इसको हिंदी में ‘भारतीय मानक संस्थान कहा जाता है’ तथा संक्षेप (Short) में इसको आईएसआई (ISI) कहा जाता है|
आई एस आई कैसे कार्य करता है
- आई एस आई मार्क को बाजार में बेचे जा रहे उत्पाद पर लगाया जाता है|
- ‘भारतीय मानक संस्थान’ द्वारा भारत में बन रहे उत्पाद की सही तरीके से जांच की जाती है|
- इस मार्ग को उन Product पर लगाया जाता है जो 100% Safe हो|
- आपके प्रोडक्ट को 100% सुरक्षित साबित करने के लिए आईएसआई में आपको एप्लीकेशन दर्ज करनी होती है|
- ‘भारतीय मानक संस्थान’ में आपका Product पास होने के बाद आपके Product पर ISI का Logo लग जाता है|
आई एस आई मार्क क्यों जरूरी होता है
जिन उत्पाद पर आई एस आई मार्क नहीं होता है उन उत्पाद के लिए यह माना जाता है कि इन उत्पाद की बिक्री बाजार में भारत सरकार की अनुमति के बिना की जा रही है| और यह Product भारत सरकार की अनुमति के बिना ही Market में आया है और Sale भी किया जा रहा है| ऐसा कार्य करना गैरकानूनी कार्य कहलाता है और बिना ISI Logo वाला Product नकली भी हो सकता है| इसलिए ध्यान रहे कि किसी भी Product को खरीदते वक्त ISI Mark को जरूर देखना चाहिए|
ISI Mark के लाभ
- यह उत्पाद के निर्माताओं को अपना व्यवसाय बढ़ाने में बहुत मदद करता है|
- आई. एस. आई. एक ऐसा मार्क है जो कस्टमर की संतुष्टि बढ़ाता है|
- किसी भी Product पर ISI Mark देखकर हम यह अंदाजा लगा सकते हैं| कि यह प्रोडक्ट100% सुरक्षित है|
- ‘भारतीय मानक संस्थान’ वाला उत्पाद नकली नहीं होता है|
- यदि आपको आईएसआई वाले उत्पाद में कोई भी खराबी लगती है यह उस उत्पाद की गुणवत्ता खराब होती है तो ग्राहक उत्पादक निर्माता के खिलाफ कार्यवाही कर सकता है|
आई एस आई मार्क की स्थापना कब हुई
6 जनवरी 1947 को आई एस आई की स्थापना हुई थी तथा 1 जनवरी 1987 को ‘भारतीय मानक संस्थान’ (ISI) का नाम बदलकर भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) कर दिया गया| आई एस आई के पहले निदेशक डॉक्टर लाल सी वर्मन बने| वर्तमान समय में ISI, BIS के नाम से ही जाना जाता है|
ISI Mark के साथ सामान्य उत्पाद
- बिजली मोटर
- पंखा, प्रेस, रूम हीटर
- पीने का पानी
- विद्युत उपकरण
- थर्मामीटर
- पैक्ड फूड
- रसोई गैस सिलेंडर
- रसोई के अन्य उपकरण
आई एस आई पंजीकरण कराने के उद्देश्य
- आई एस आई मार्क का मुख्य उद्देश्य ग्राहक के स्वास्थ्य को सुरक्षा प्रदान करना होता है|
- उत्पाद को 100% सुरक्षित साबित करना|
- Product Quality की 100% गारंटी देना|
- उत्पाद की गुणवत्ता का आश्वासन देना
- आई एस आई मार्क के प्रति ग्राहक को प्रोडक्ट के असली नकली की पहचान कराना
Conclusion
आज की हमारी पोस्ट से आपको यह समझ आ गया होगा कि किसी भी उत्पाद को खरीदते वक्त आई एस आई मार्क का लोगो जरूर देखें क्योंकि यह आपको असली और नकली की पहचान कराता है आई एस आई के बारे में आपने बहुत सी जानकारी प्राप्त की होंगी इसमें हमने आपको बताया कि ISI Mark Kya Hai , ISI Full Form, यह कैसे कार्य करता है, आई एस आई मार्क क्यों जरूरी होता है, इसके लाभ क्या है, इसकी स्थापना कब हुई, ISI Mark के साथ सामान्य उत्पाद, आई एस आई पंजीकरण कराने के क्या उद्देश्य है आदि|यदि आपको सभी जानकारी पसंद आई हो तो पोस्ट को अपने दोस्तों में शेयर करें|
FAQ
इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता बताने के लिए ISI मार्क लगाया जाता है|
1950 से भारत में औद्योगिक उत्पादकों के लिए एक मानक अनुपालन चिन्ह है|
ISI का नया नाम BIS यानी भारतीय मानक ब्यूरो है|